कभी कहा जाता था आतंकवाद गरीबी और अशिक्षा से जन्म लेता है. राह से भटके नौजवान तंग आकर आतंकवाद का सहारा लेते हैं. लेकिन लाल किला ब्लास्ट के बाद ये बात अब पूरी तरीके से इस ब्लास्ट के पीछे जिनके चेहरे सामने आए हैं उन वाइट कॉलर आतंकवादियों ने ये साबित किया है कि आतंकवादी सोच और आतंकी विचारधार को अपनाने में शिक्षा काई दीवार नहीं होती बल्कि कई बार शिक्षा ही उनका हथियार बन जारी है. बल्कि पढ़े-लिखे और डिग्री धारी नौजवान भी आतंकवादी हो सकते हैं और जान बचाने वाले डॉक्टर भी.