10 मई को पाकिस्तान के चगाई हिल्स में कथित भूकंप और नूर खान एयरबेस के पास संदिग्ध गतिविधि के बाद परमाणु रेडिएशन की आशंकाएं उठीं, जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा भारत-पाक सीजफायर की घोषणा की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया कि 'कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं करेगा'.