दुनिया में 9 देशों के पास लगभग 12,000 परमाणु हथियार हैं, जिनमें रूस के पास सबसे ज्यादा 5500 और अमेरिका के पास 5044 एटम बम हैं. इसके अलावा, कई देश अभी भी परमाणु हथियार बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जिनमें ईरान, अर्जेंटीना और ब्राजील तेजी से जुटे हुए हैं. देखें वारदात.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अहमद हुसैन अल-शरा से मुलाकात कर उनकी सरकार को मान्यता दी, जिन्हें अमेरिका ने पहले वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था. ट्रंप ने यह कहते हुए सीरिया से सभी प्रतिबंध हटाने का भी ऐलान किया, 'दी सेशन ऑफ सैंक्शन्स अगेंस्ट सीरिया इन ऑर्डर टू गिव देम ए चांस एक्वेक्टर्स'.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ ने 'ऑपरेशन सिंदूर' में मारे गए आतंकवादियों के परिवारों को ₹1 करोड़ प्रति परिवार मुआवज़ा देने का ऐलान 'शोहदा पैकेज' के तहत किया है. प्रधानमंत्री के आधिकारिक फेसबुक पेज पर 13 मई को उर्दू में पोस्ट किया गया, "वज़ीर ए आज़म मोहम्मद शाहबाज़ शरीफ की जानिब से मारके हक के दौरान शहीद होने वाले लोगों के लिए सौदा पैकेज का ऐलान".
10 मई को पाकिस्तान के चगाई हिल्स में कथित भूकंप और नूर खान एयरबेस के पास संदिग्ध गतिविधि के बाद परमाणु रेडिएशन की आशंकाएं उठीं, जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा भारत-पाक सीजफायर की घोषणा की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया कि 'कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं करेगा'.
ऑपरेशन सिंदूर के तहत बहावलपुर स्थित जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकी कैंप मरकज़ सुभानअल्लाह को तबाह कर दिया गया. हमले में मसूद अज़हर के दो सालों, मोहम्मद यूसुफ अज़हर और हाफिज मोहम्मद जमील, तथा लश्कर के आतंकी अबू जुंदाल समेत कई महत्वपूर्ण आतंकवादी मारे गए. देखें वारदात.
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' लॉन्च किया। इस ऑपरेशन के तहत 6 और 7 मई की रात को पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में स्थित लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन के नौ आतंकी कैंपों को निशाना बनाया गया.
56 साल बाद, 7 मई को भारत में हवाई हमलों से बचाव के लिए राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल का आयोजन हो रहा है, जिसमें 24 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के कई जिले भाग लेंगे. इस अभ्यास का उद्देश्य आपातकालीन स्थितियों में नागरिकों की सुरक्षा के लिए तंत्र की तैयारियों का मूल्यांकन करना और प्रतिक्रिया को सुदृढ़ करना है.
फिलीपींस से लौटी डॉक्टर भावना 24 अप्रैल को हिसार में 80% जली हुई मिलीं, जिसे उदेश नाम के शख्स ने अस्पताल पहुंचाया. जयपुर में इलाज के दौरान भावना की मौत हो गई. पुलिस ने हत्या के आरोप में उदेश को गिरफ्तार किया है. देखें वारदात.
पहलगाम हमले का असली गुनहगार पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर उर्फ मुल्ला मुनीर है. जी हां, पाकिस्तान में आर्मी चीफ को लोग इसी नाम से बुलाते हैं. दरअसल, इसकी वजह यह है कि मुल्ला मुनीर पाकिस्तान के उस पूर्व तानाशाह जनरल जिया-उल-हक को अपना आइडियल मानता हैं जिन्होंने पाकिस्तानी फौज में कट्टरवाद के नाम पर धर्म की एंट्री कराई थी. देखें वारदात.
बीते 78 सालों से पाकिस्तान कश्मीर के नाम पर कश्मीर और भारत को लहूलुहान करता रहा. पड़ोसी पाकिस्तान की इसी नापाक हरकत की वजह से सरहद पर कभी सुकून नहीं रहा. अब उसी पाकिस्तान ने सबसे ताजा जख्म पहलगाम की सूरत में दिया है. वही पहलगाम जो कश्मीर में है और वही कश्मीर जो पाकिस्तान की नजरों में शुरू से ही खटकता रहा है. देखें वारदात.
पहलगाम हमले के पीछे TRF का नाम आने के बाद आजतक भारत के टारगेट नंबर 1, लश्कर चीफ हाफिज सईद के लाहौर स्थित ठिकाने तक पहुंचा. रिपोर्ट में हाफिज सईद के घर, पास की मस्जिद, मदरसे और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का खुलासा किया गया है, जहां वह आम लोगों के बीच छिपकर रहता है. देखें 'वारदात'.
पहलगाम हमले के बाद भारत ने शॉर्ट-टर्म वीज़ा वाले पाकिस्तानी नागरिकों को 29 अप्रैल तक देश छोड़ने का आदेश दिया, जिसके तहत सैकड़ों लोग पाकिस्तान लौट चुके हैं. हालाँकि, अवैध रूप से भारत आई सीमा मीणा पर यह आदेश लागू नहीं होता क्योंकि उनका मामला यूपी की अदालत और एटीएस के पास लंबित है, और नागरिकता याचिका राष्ट्रपति के पास विचाराधीन है.
पाकिस्तान में इस वक्त 150 से ज़्यादा आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं, जिनका मुख्य निशाना कश्मीर है और इन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की मदद मिलती है. रिपोर्ट के अनुसार, पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में 15 से ज़्यादा ट्रेनिंग कैंप और 25 से ज़्यादा टेरर लॉन्च पैड मौजूद हैं.
वारदात: पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई. जांच में सामने आया कि घटनास्थल पर CCTV नहीं थे और CRPF की तैनाती घटाई गई थी. चश्मदीदों के बयानों के आधार पर 5 आतंकियों की पहचान हुई है, जिनमें 3 पाकिस्तानी और 2 स्थानीय हैं. देखें वारदात.
पहलगाम में हुए हमले की लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन TRF ने इसकी जिम्मेदारी ली है, जिसमें 3 पाकिस्तानी और 2 स्थानीय आतंकी शामिल बताए जा रहे हैं, जिनकी पहचान के प्रयास जारी हैं. NIA, सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और IB समेत कई एजेंसियां जांच और तलाशी अभियान में जुटी हैं. देखें पहलगाम हमले में शामिल TRF की जन्म कुंडली.
कर्नाटक के पूर्व डीजीपी ओमप्रकाश की रविवार 20 अप्रैल को बेंगलुरु स्थित उनके घर में चाकू मारकर हत्या कर दी गई. आरोपी पत्नी पल्लवी ने कथित तौर पर ओमप्रकाश की आँखों में मिर्ची झोंकने के बाद चाकू से 8-10 वार किए और फिर पुलिस को फ़ोन कर कहा, "मैंने राक्षस को मार डाला".
अयोध्या के एक मेडिकल कॉलेज में कार्यरत प्रभुनाथ मिश्रा ने जहर खाकर खुदकुशी की कोशिश की. अस्पताल में इलाज के बावजूद उनकी मौत हो गई. मौत के कारण का पता लगाने के लिए विसरा सैंपल लखनऊ फॉरेंसिक लैब भेजा गया. लैब की रिपोर्ट में जहर की पुष्टि नहीं हुई. परिवार के शक पर विसरा सैंपल हैदराबाद भेजा गया. वहां की लैब रिपोर्ट ने खुलासा किया कि विसरा सैंपल बदल दिया गया था. देखें वारदात.
मेरठ और भिवानी में दो अलग-अलग घटनाओं में पत्नियों ने अपने प्रेमियों के साथ मिलकर अपने पतियों की हत्या की. मेरठ में रविता और अमरदीप ने अमित को सांप से डसवाकर मार दिया, जबकि भिवानी में रवीना और सुरेश ने प्रवीण का गला घोंटकर हत्या की. दोनों मामलों में सोशल मीडिया और प्रेम प्रसंग का अहम रोल रहा. पुलिस ने दोनों मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. देखें वारदात.
इंडिया जस्टिस रिपोर्ट 2025 के अनुसार, दक्षिण भारत के राज्य पुलिसिंग, जेल और न्याय व्यवस्था में देश के अन्य राज्यों से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. तेलंगाना पुलिसिंग में पहले स्थान पर है, जबकि पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश सबसे निचले पायदान पर हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में 5 करोड़ से अधिक मामले लंबित हैं और जेलों में 76% कैदी विचाराधीन हैं.
मऊ के घोसी में 30 नवंबर 2024 को नाजिया खातून की मृत्यु हुई थी। 4.5 महीने बाद कोर्ट के आदेश पर उसकी लाश को कब्र से निकाला गया. नाजिया की बहन का आरोप है कि उसके जीजा अय्यूब ने उसके साथ बलात्कार किया और नाजिया की हत्या की. पुलिस ने पहले हत्या का मामला दर्ज नहीं किया था.
मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में एक बर्खास्त पुलिस कॉन्स्टेबल मिथिलेश पांडे को 12 साल बाद उनकी नौकरी वापस मिली. उनके बेटे अभिषेक पांडे ने वकील बनकर पिता के लिए कानूनी लड़ाई लड़ी. जबलपुर हाईकोर्ट के आदेश के बाद पुलिस विभाग ने मिथिलेश पांडे को बहाल किया और पिछले 12 सालों की तनख्वाह भी देने का आदेश दिया. देखें पूरी वारदात.