इमरजेंसी के दौरान जान गंवाने वाले लोगों के लिए दो मिनट का मौन रखवाया. सत्ता पक्ष ने तब मौन रखा लेकिन विपक्ष ने हंगामा किया. तुरंत विपक्ष की तरफ से कहा गया कि स्पीकर तो बीजेपी के एजेंडे पर चलने लगे हैं. तो फिर विपक्ष के नेता संविधान की याद दिलाते हुए बताने लगे कि इस बार संसद की सूरत बदले.