आज देश में जाति के आधार पर आबादी की गणना जारी करने वाला बिहार पहला राज्य बनाऔर नीतीश कुमार पहले मुख्यमंत्री. अब ये ओबीसी वोट के लिए मास्टरस्ट्रोक है? या खुद की सियासत बचाने वाला आखिरी दांव? ये बीजेपी के लिए चुनौती है? या फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास इसकी भी कोई काट है? आज की खबर का 2024 के चुनाव तक असर रहना है. 33 साल बाद क्या इसी तरह अपनी और पूरे विपक्ष की स्थिति मजबूत करने के लिए जाति आधारितगणना लेकर नीतीश कुमार आए हैं? देखें 10 तक.