कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन... श्रीमद भगवत गीता के इस श्लोक का मतलब है कि कर्म करो, परिणाम की चिंता मत करो. लेकिन आज पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में जो कुछ हुआ, उसमें कर्म भी है और फल की चिंता भी. बेशक ब्रिगेड परेड ग्राउंड में गीता का सामूहिक पाठ किया गया. दावा किया गया कि पांच लाख लोगों ने एक साथ गीता के श्लोकों का पाठ किया. इस कार्यक्रम में साधु-संत से लेकर बीजेपी के नेता शामिल हुए. लेकिन इस ऐतिहासिक कार्यक्रम ने अगले साल होने वाले बंगाल चुनाव में सियासी दंगल का प्लॉट तैयार कर दिया है. एक दिन पहले ही यानी शनिवार को मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की ईंट रखी गई तो आज मंत्रों की लय में डूब गया पूरा ब्रिगेड मैदान.