प्रधानमंत्री मोदी ने असम से कांग्रेस पर घुसपैठियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए एक बड़ी राजनीतिक बहस छेड़ दी है, जिसका असर आगामी बिहार और बंगाल विधानसभा चुनावों पर पड़ना तय है. उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में जनसांख्यिकीय परिवर्तन को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए संकट बताते हुए घुसपैठियों द्वारा राशन और वोटर कार्ड बनवाने पर सवाल उठाए. यह मुद्दा राष्ट्रवाद बनाम वोट बैंक की राजनीति पर केंद्रित हो गया है.