राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने संविधान की प्रस्तावना से 'धर्मनिरपेक्ष' और 'समाजवादी' शब्दों को हटाने की बहस छेड़ी है. संघ की पत्रिका 'ऑर्गनाइजर' में कहा गया है कि ये शब्द वैचारिक बारूदी सुरंग हैं और इन्हें हटाकर संविधान की मूल प्रस्तावना बहाल की जानी चाहिए. दंगल में इसी पर देखिए पार्टी प्रवक्ताओं की बहस.