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आवारा कुत्ते का आतंक, छोटी बच्ची समेत 12 लोगों को काटा, 9 अस्पताल में भर्ती

मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के मालगांव टेनी गांव में मंगलवार को एक आवारा कुत्ते ने आतंक मचा दिया. कुत्ते के हमले में 12 लोग घायल हुए, जिनमें एक बच्ची और सात महिलाएं शामिल हैं. नौ लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जिला अस्पताल में सभी को एंटी-रेबीज इंजेक्शन लगाया गया. गांव में दहशत का माहौल है और प्रशासन ने कुत्ते को पकड़ने के आदेश दिए हैं.

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आवारा कुत्ते का आतंक, छोटी बच्ची समेत 12 लोगों को काटा (Photo: Representational image)
आवारा कुत्ते का आतंक, छोटी बच्ची समेत 12 लोगों को काटा (Photo: Representational image)

मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में मंगलवार को एक आवारा कुत्ते ने जमकर उत्पात मचायाया. मालगांव टेनी गांव में हुए इस हादसे में 12 लोग कुत्ते के हमले का शिकार बने, जिनमें एक छोटी बच्ची और सात महिलाएं शामिल हैं. घायलों में से 9 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है.

घटना मंगलवार सुबह की है जब गांव की गलियों में अचानक एक आवारा कुत्ते ने लोगों पर हमला करने लगा. ग्रामीणों ने उसे भगाने की कोशिश की, लेकिन वह लगातार लोगों को काटता चला गया. कुछ ही घंटों में गांव के अलग-अलग हिस्सों में 12 लोग घायल हो गए. घबराए हुए ग्रामीणों ने तुरंत घायलों को इलाज के लिए खंडवा जिला अस्पताल पहुंचाया.

यहां सिविल सर्जन डॉ. अनिरुद्ध कौशल ने बताया कि सभी घायलों को एंटी-रेबीज इंजेक्शन (Anti-Rabies Injections) दिया गया है और फिलहाल उनकी हालत स्थिर है. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं बरसात के बाद आम हो जाती हैं, क्योंकि कई कुत्ते बीमार या भूखे होने के कारण आक्रामक हो जाते हैं.

पीड़िता शर्मिला ने बताया, 'मैं अपनी बेटी के साथ काम पर जा रही थी, तभी कुत्ता मेरी बच्ची पर झपटा. उसे बचाने की कोशिश की तो उसने मुझ पर भी हमला कर दिया. राहगीरों ने उसे डंडे से भगाकर हमें बचाया.' इस हमले के बाद गांव में दहशत फैल गई और लोग बच्चों को घरों में बंद रखने लगे है.

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गांववालों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से इलाके में कई आवारा कुत्ते घूम रहे थे, लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. अब ग्राम पंचायत ने पशु चिकित्सा विभाग को सूचना दी है और कुत्ते को पकड़ने के लिए टीम रवाना की गई है. खंडवा नगर निगम ने लोगों से अपील की है कि घायल व्यक्ति तुरंत अस्पताल में जाकर एंटी-रेबीज टीका लगवाएं और बिना इलाज के घर पर न रहें. प्रशासन ने कहा कि गांव में पशु पकड़ो अभियान (Dog Catching Drive) शुरू किया जाएगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.
 

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