मेघालय के शिलांग के ईस्ट खासी हिल्स जिले में इंदौर के एक कपल के लापता होने की खबर से हड़कंप मच गया है. राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम 23 मई को नोंग्रियाट स्थित एक होमस्टे से चेक आउट करने के बाद मावलाखाइत गांव की ओर बिना गाइड के निकले थे. तभी से उनका कोई सुराग नहीं मिल पाया है.
मोबाइल की आखिरी लोकेशन मावलाखाइत गांव में मिली
पुलिस के अनुसार, उनके मोबाइल की आखिरी लोकेशन मावलाखाइत गांव में ट्रेस हुई थी. इसके बाद संपर्क पूरी तरह टूट गया. जब स्थानीय लोगों को 23 मई को सोहरारीम गांव में एक लावारिस टू-व्हीलर मिला, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी. जांच में पता चला कि वह वही स्कूटी थी जिसे कपल ने किराए पर लिया था.
10-10 लोगों के समूह जंगलों में चला रहे तलाशी अभियान
ईस्ट खासी हिल्स के एसपी विवेक सियेम ने बताया कि कपल को खोजने के लिए 50 से अधिक लोगों की टीमें बनाई गई हैं, जिनमें स्थानीय ग्रामीण, विलेज डिफेंस पार्टी के सदस्य और पुलिसकर्मी शामिल हैं. सभी 10-10 लोगों के समूह में जंगलों और पहाड़ी इलाकों में तलाशी अभियान चला रहे हैं.
पुलिस के मुताबिक, कपल ने पहले नोंग्रियाट गांव के 'लिविंग रूट ब्रिज' का भ्रमण एक गाइड के साथ किया था और वहीं रात बिताई थी. अगली सुबह वे बिना गाइड के आगे के सफर पर निकल गए थे.
सुरक्षा कारणों से सर्च ऑपरेशन को सूर्यास्त के बाद स्थगित कर दिया गया, लेकिन अगली सुबह से फिर अभियान जारी रहेगा. अधिकारियों का कहना है कि अब और ज्यादा जवानों को इस काम में लगाया जाएगा.
गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत में एक विदेशी टूरिस्ट भी लिविंग रूट ब्रिज जाते समय लापता हो गया था और 12 दिन बाद उसकी मौत हो गई थी. उस घटना के बाद राज्य सरकार ने सभी टूरिस्ट्स को गाइड के साथ ही ट्रैकिंग करने की सलाह दी थी, लेकिन कई लोग इस चेतावनी को नजरअंदाज कर देते हैं.