''करीब 2 महीने पहले इंस्टाग्राम पर एक 'Hi...' मैसेज आया. मैंने रिप्लाई दिया तो बातचीत शुरू हुई. उसने अपना नाम विपिन और खुद को लंदन में रहने वाला बताया. यह बातचीत धीरे धीरे बातचीत दोस्ती और फिर इश्क में बदल गई. घंटों तक हमारी बातचीत वीडियो और ऑडियो कॉल पर होने लगी. एक दिन अचानक विपिन ने मुझे लंदन आने का ऑफर दिया. लेकिन मैंने इनकार कर दिया. विपिन ने इन बातों से मेरा भरोसा जीतने की कोशिश की.
इस दौरान मेरे कई वीडियो और फोटो भी मांगे. वहीं, कई बार कपड़े उतारकर न्यूड वीडियो भेजने को कहा. मैंने भी उस पर विश्वास करके अपने अंतरंग वीडियो और फोटोज भेज दिए. इसी बीच, उसने मुझे विदेश से गिफ्ट भेजने के बहाने मेरा आधार कार्ड भी ले लिया और कहा कि तुम्हारे लिए गिफ्ट पार्सल किया है, जल्द ही डिलीवर होगा. अगले ही दिन एक कॉल आता है और बोलता है कि पार्सल पर GST चार्ज लगेगा. मैंने विपिन को कॉल किया तो उसने भी बोला कि हां, पेमेंट कर दो. मैंने उसके झांसे में आकर एक कथित डिलीवरी बॉय के दिए नंबर पर 15 हजार रुपए भेज दिए. फिर दोबारा 15 हजार, डॉलर चेंज के नाम पर 46 हजार, गाड़ी फंसने के बहाने 1.20 लाख, परमिट कार्ड के लिए 1.15 लाख और रसीद बनवाने के नाम पर 80 हजार रुपये मुझसे मांगते रहे, और मैं देती रही. कुछ ही दिनों में मैंने अलग-अलग खातों में 3.76 लाख रुपये भेज दिए.
इसके बाद किसी बहाने से 2.85 लाख रुपए की डिमांड की गई तो मैंने मना कर दिया. तब मेरे पास एक अन्य नंबर से कॉल आता है और धमकी मिली कि अगर पैसे नहीं भेजे तो तुम्हारे न्यूड वीडियो वायरल कर देंगे. वीडियो विपिन से हमें मिले हैं, थोड़ी देर में ही उसी नंबर से मेरे वॉट्सएप पर वही वीडियो आ गए. मैं डर गई और पति को कुछ नहीं बताया. मैंने अपने भाई को जैसे तैसे बताया और वह मुझे हिम्मत करके पुलिस थाने ले गया...''
मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर की 40 साल की एक महिला की यह कहानी है. हजीरा थाना इलाके में रहने वाली शादीशुदा महिला 'डिजिटल इश्क' में फंसकर साइबर ठगी का शिकार हो गई.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि डरी सहमी महिला अपने भाई के साथ मदद मांगने आई थी. उसका कहना था कि पति को पता चल गया तो बहुत बुरा हो जाएगा. वह FIR दर्ज कराने को तैयार नहीं थी, लेकिन घबराई महिला की काउंसलिंग की गई और उसे समझाया गया कि अगर रिपोर्ट दर्ज नहीं होगी तो जांच आगे नहीं बढ़ेगी. इसके बाद महिला ने एफआईआर दर्ज करवाई. अब महिला के पति को इसमें सहयोग करने के लिए कहा जाएगा, क्यों कि यह साइबर ठगी का विषय है.
पुलिस ने बताया कि जिन नंबरों से महिला को कॉल आए, उन्हें लगातार ट्रेस किया जा रहा है. यूनाइटेड किंगडम (UK) के नाम पर ठगों ने महिला को फरमाया, जबकि सभी नंबर असम राज्य में रजिस्टर्ड दिख रहे हैं. पुलिस कोशिश में जुटी है कि ठगी को अंजाम देने वाले आरोपियों को जल्द ही गिरफ्त में लिया जाएगा.
ग्वालियर पुलिस ने सोशल मीडिया यूजर्स से अपील की है कि अनजान नंबर या सोशल मीडिया फ्रेंड्स से बातचीत न करें. उन्हें कोई भी जानकारी शेयर करना आपके लिए काफी हानि भरा सिद्ध हो सकता है.