कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के वंदे मातरम् नहीं गाने के बयान पर बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. रामेश्वर शर्मा ने आरिफ मसूद की धार्मिक निष्ठा और राजनीतिक स्वार्थ पर सीधे सवाल उठाए हैं और उन पर 'जिन्ना की मानसिकता' से काम करने का आरोप लगाया है.
भोपाल की हुजूर सीट से विधायक शर्मा ने कहा, ''आरिफ मसूद जैसे लोगों को कान खोलकर सुन लेना चाहिए कि जब तुम्हारा मजहब वंदे मातरम् गाने के लिए मना करता है, तो वोट के खातिर चुनाव के समय जब तुम बिना नहाए मंदिर जाकर पूजा की थाली पकड़ लेते हो, लंबा त्रिपुंड लगवा लेते हो, तब तुम्हारा मजहब आड़े क्यों नहीं आता?''
BJP MLA रामेश्वर ने आगे कहा, ''तुम्हारे मजहब में मूर्ति पूजा करना मनाही है न, तो फिर वोट के खातिर चुनरी क्यों ओढ़ लेते हो? देवी जागरण में क्यों जाते हो? वोट के खातिर मंदिरों में घुस रहे हो और राष्ट्रगीत गाने के लिए, राष्ट्रगान गाने के लिए, भारत माता की जय बोलने के लिए तुम्हारा मजहब मना कर रहा है? धन्य हो रे ऐसे मजहब के मानने वालों.''
'जिन्ना की मानसिकता' और वफादारी पर सवाल'
रामेश्वर शर्मा ने कांग्रेस विधायक के रुख को सीधे तौर पर देश के विभाजन से जोड़ा. कहा, ''अरे तुम मजहब से ही बेईमानी करने वाले स्वार्थी लोग हो. इसी स्वार्थ के ही कारण तो हिंदुस्तान का विभाजन हुआ था. पहले जिन्ना का स्वार्थ आगे आया और देश का विभाजन हुआ और आज तुम जैसे कांग्रेसी फिर वंदे मातरम् की 150वीं साल पर वंदे मातरम गाने से मना कर रहे हो. इसका मतलब यह है कि ये सुधर नहीं सकते, यह आज भी जिन्ना की मानसिकता लेकर चल रहे हैं."
बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने जनता से सवाल किया, "अब हिंदुस्तानियों को सोचना है कि जो तुम्हारा राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत न गाए, जो भारत माता की जय न बोल पाए, वह भारत माता के प्रति वफादार होगा या पाकिस्तान के टुकड़ों पर पलने का काम करेगा?"
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की लिस्ट में नाम
बता दें कि भोपाल मध्य से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने एक बार फिर साफ तौर पर कह दिया कि वह वंदे मातरम् नहीं गाएंगे. हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय गीत न गाने वालों की सूची में आरिफ मसूद का नाम लिया था.