किसने दस्तक दी ये दिल पर कौन है, आप तो अंदर हैं बाहर कौन है...राज जो कुछ हो इशारों में बता भी देना, हाथ जब उससे मिलाना तो दबा भी देना......हम अपनी जान के दुश्मन को अपनी जान कहते हैं, मोहब्बत की इसी मिटी को हिंदुस्तान कहते हैं सुनें साहित्य आजतक में नायाब शायर राहत इंदोरी की शायरी