तुलसी के पौधे को हिंदू धर्म में पूजनीय माना जाता है. इसका सिर्फ धार्मिक महत्व ही नहीं है, यह सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद मानी जाती है. आयुर्वेदिक दवाओं में तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल वर्षों से किया जाता रहा है. रोजाना तुलसी के कच्चे पत्तों को चबाने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है, श्वसन हेल्थ को सपोर्ट मिलता है और पाचन आदि में भी सुधार होता है. साथ ही तुलसी की पत्तियां स्ट्रेस को भी मैनेज करने में मदद करती हैं. आज हम आपको कच्ची तुलसी की पत्तियों को चबाने के फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं. आइए जानते हैं.
इम्यूनिटी करे बूस्ट-तुलसी के कच्चे पत्ते इम्यूनिटी को नेचुरल तरीकों से बूस्ट करते हैं. तुलसी के कच्चे पत्ते शरीर की इंफेक्शन से लड़ने की क्षमता को बढ़ाकर इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं. ये एंटीबॉडी के प्रोडक्शन को उत्तेजित करते हैं और इनमें नेचुरल एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं. ये पत्ते सीजनल फ्लू से बचाने में मदद करते हैं.
श्वसन हेल्थ को सपोर्ट करे- तुलसी एक नेचुरल डिकंजेस्टेन्ट और एक्सपेक्टोरेंट की तरह काम करती है , जो इसे अस्थमा ब्रोंकाइटिस और साइनसाइटिस जैसी श्वसन संबंधी बीमारियों के लिए फायदेमंद बनाती है. तुलसी के कच्चे पत्तों को चबाने से कफ साफ करने, खांसी कम करने और सांस लेने में आसानी होती है. इसके एंटीबैक्टीरियल गुण श्वसन पथ के बैक्टीरियल इन्फेक्शन को रोकने में मदद करते हैं.
स्ट्रेस और एंग्जाइटी करे कम- तुलसी को एडाप्टोजेन के रूप में क्वासीफाई किया गया है, जो एक नेचुरल पदार्थ है जो शरीर को फिजिकल और इमोशनल स्ट्रेस से निपटने में मदद करता है. जर्नल ऑफ आयुर्वेद एंड इंटीग्रेटिव मेडिसिन में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, तुलसी कॉर्टिसोल (स्ट्रेस हार्मोन) के लेवल को काफी कम करती है और मूड में सुधार करती है. कच्चे पत्ते चबाने से चिंता दूर करने में मदद मिल सकती है.
पाचन सुधारे- तुलसी में मौजूद कंपाउंड पेट के एसिड को बैलेंस करने, हेल्दी गट को सपोर्ट करने और पेट फूलने, गैस और अपच जैसी पाचन समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करते हैं. खाने से पहले या बाद में तुलसी के कच्चे पत्ते चबाने से पाचन एंजाइम उत्तेजित हो सकते हैं और पाचन को सुचारू रूप से बढ़ावा मिल सकता है.
ओरल हेल्थ को सुधारे- तुलसी में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो ओरल हाइजीन को प्रमोट करते हैं. तुलसी के पत्ते चबाने से मुंह से दुर्गंध, मसूड़ों के इन्फेक्शन और मुंह के अल्सर से छुटकारा पाया जा सकता है.