कॉरपोरेट वर्ल्ड में अक्सर लोगों की यही सोच होती है कि कम से कम छुट्टी लिए बिना आप जितना ज्यादा काम करेंगे या जितनी देर तक ऑफिस में बैठे रहेंगे, इससे आपके जॉब करियर पर अच्छा प्रभाव पड़ता है. ऐसे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टिक टॉक पर एक टर्म आजकल काफी ज्यादा ट्रेंड कर रहा है जिसका नाम है लेजी गर्ल जॉब. यह टर्म पुराने कॉरपोरेट वर्क कल्चर के बिल्कुल उलट है.
लेजी गर्ल जॉब नाम के इस टर्म के मुताबिक, यह जॉब करने का ऐसा तरीका है जिसमें व्यक्ति के ऊपर ऑफिस और काम का टेंशन काफी कम होता है और वह अपनी वर्क लाइफ से साथ पर्सनल लाइफ को भी अच्छे से बैलेंस कर सकता है. लेजी गर्ल जॉब का मतलब है एक ऐसे वातावरण में काम करना जिसमें आपको स्ट्रेस लेने की कोई जरूरत ना पड़े.
आमतौर पर जॉब करने वाले लोगों के लिए वर्क लाइफ के साथ ही पर्सनल लाइफ को बैलेंस करना काफी मुश्किल होता है. कई बार तो लोग ऑफिस में काम करने के बाद घर पर भी काम करते रहते हैं. इस सिरदर्दी भरी वर्क लाइफ को बैलेंस करने के लिए टिक टॉक पर लेजी गर्ल जॉब काफी ट्रेंड कर रहा है.
नई जनरेशन के टिक टॉक यूजर्स काम करने के इस नए ट्रेंड का काफी ज्यादा प्रमोशन कर रहे हैं. यह नया ट्रेंड उस मानसिकता को चैलेंज करता है जिसमें लोगों का मानना है कि करियर में सफलता पाने के लिए आपको अपनी डेस्क से ही चिपके रहना चाहिए. तो अगर आपके मन में भी इस नए जॉब ट्रेंड को लेकर उत्सुकता है तो आइए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ जरूरी बातें-
क्या है लेजी गर्ल जॉब?
इस जॉब की बात करें तो इसमें लोगों का रोल नॉन टेक्निकल होता है. कर्मचारियों के काम करने के घंटे फिक्स नहीं होते यानी अगर भारतीय ऑफिस टाइमिंग का उदाहरण लें तो इस जॉब में आपको 8 से 9 घंटे जॉब करने की कोई जरूरत नहीं है आप अपने मन मुताबिक कितने भी घंटे काम कर सकते हैं. इस जॉब में कर्मचारी अपने बेसिक कॉस्ट ऑफ लिविंग जैसे वर्क बैलेंस, बच्चों की देखभाल और बाकी कामों को भी आसानी से कर सकते हैं.
लेजी गर्ल जॉब असल में नहीं है लेजी
टिक टॉक यूजर्स के मुताबिक, लेजी गर्ल जॉब मतलब यह नहीं है कि कर्मचारी आलसी है. यह एक ऐसी जॉब है जिसमें आपके ऊपर काम का कोई प्रेशर नहीं होता है. आपको सैलेरी मिलती रहती है लेकिन आप साथ में अपने बाकी काम भी कर सकते हैं और वर्क लाइफ को बैलेंस कर सकते हैं. इस जॉब में आपको अपने ऑफिस के काम को घर नहीं लाना पड़ता.
लेजी गर्ल जॉब बनाम टॉक्सिक वर्कप्लेस
एक टिक टॉक यूजर का कहना है कि अगर हम पुराने वर्क कल्चर की बात करें तो ऐसे बहुत से लोग हैं जो ऑफिस में सबके आने से पहले आते हैं और सबसे आखिर में अपने घरों को जाते हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें इस लेजी टर्म का काफी उत्सुकता से इंतजार है क्योंकि यह एक नॉर्मल ऑफिस के टॉक्सिक वातावरण से बिल्कुल ही अलग है. उन्होंने कहा, एक टॉक्सिक कॉरपोरेट वर्कप्लेस के वातावरण को सोचते हुए यह जॉब वास्तव में काफी लेजी है.
अलग-अलग सोच
अगर नई जनरेशन की बात की जाए तो इस नए लेजी गर्ल जॉब ट्रेंड को काफी ज्यादा पसंद किया जा रहा है. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इसे लेकर आपत्ति जता रहे हैं. लेजी गर्ल जॉब को लेकर कर्मचारियों और बॉस की सोच काफी अलग है.
कुछ लोगों का मानना है कि मैनेजमेंट पोजीशन पर काम करने वाले प्रोफेशनल्स ने फाइनेंशियल सिक्योरिटी पाने के लिए अपनी जिंदगी के कई साल लगाए हैं, जोकि नई जेनरेशन की पहुंच से काफी बाहर है चाहे वो कितनी भी मेहनत क्यों ना कर लें.
वहीं, बॉस जेनरेशन की सोच है, 'अगर मैं एक नया कंप्यूटर खरीदूं और एक लंबा गेम खेलूं तो मुझे इसके लिए पुरस्कार मिलेगा.' वहीं, नई जेनरेशन का मानना है कि, अगर मैं एक नया कंप्यूटर खरीदूं और एक लंबा गेम खेलूं तो इस बात की कोई भी गारंटी नहीं है कि मुझे इसके लिए पुरस्कार मिलेगा या नहीं, ऐसे में इसके लिए तनाव लेने की कोई जरूरत नहीं है. वहीं, कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनका मानना है कि लेजी गर्ल जॉब के जरिए लोगों की एंग्जाइटी को कम किया जा सकता है.