पूरी दुनिया पिछले 2 साल से कोविड महामारी से जंग लड़ रही है. वहीं दुनिया में ऐसी भी बीमारियां हैं, जो बेहद ही जानलेवा हैं. ऐसी ही एक बीमारी है 'कैंसर'. इससे से पूरी दुनिया में हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है. भारत में भी हर साल कैंसर से लाखों लोग अपनी जान गंवा देते हैं. वहीं अब कैंसर से बचाने के लिए भारत में प्रोटॉन थेरेपी शुरू की जा रही है, जो बेहद आधुनिक है और इससे कैंसर का इलाज कराने वालों को काफी फायदा मिल सकता है.
अन्य इलाज के होते हैं साइड इफेक्ट
कुछ लोग कैंसर का इलाज तक नहीं करवा पाते हैं, क्यों की कैंसर का इलाज काफी महंगा होता है. वही कई बार कैंसर का पता ना होने की वजह से लोग अपनी जान गंवा देते हैं. कैंसर के लिए इलाज तो है, लेकिन उनके कुछ नुकसान भी हैं. जैसे कैंसर के लिए केमो थेरेपी होती है, सर्जरी होती है, लेकिन इसके कई साइड इफेक्ट भी होते हैं.
कहां होगी ये थेरेपी
प्रोटॉन थेरेपी दुनिया की सबसे आधुनिक थेरेपी मानी जाती है. प्रोटॉन थेरेपी प्रोटॉन बीम के जरिए काम करती है. प्रोटॉन बीम को मरीज के कैंसर वाली जगह पर भेजा जाता है और कैंसर को खत्म किया जाता है. मुंबई के खारघर इलाके के टाटा हॉस्पिटल में यह आधुनिक सुविधा जल्द ही शुरू की जानी है.
ऐसे काम करेगी थेरेपी
इस थेरेपी की सबसे खास बात यह है कि प्रोटॉन थेरेपी मशीन 350 डिग्री पर घूम सकती है और अलग अलग ऐंगल से बॉडी में कैंसर पर हमला कर सकती है, जिसकी वजह से बाहर बॉडी पर उसका अधिक असर नहीं पड़ता. साथ ही यह सुविधा उन लोगों को निशुल्क दी जाएगी, जो गरीब हैं. प्रोटॉन थेरेपी सेंटर में अलग से रूम है, जहां ये थेरेपी होगी.
इस पूरे प्रोटॉन थेरपी मशीन को एक Cyclotron मशीन से बीम मिलती है, जहां प्रोटॉन को अलग अलग प्रोटॉन थेरेपी मशीन तक पहुंचाया जाता है. यह Cyclotron सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिससे यह मशीन चलता है. पूरी दुनिया में प्रोटॉन थेेपी केंद्र सिर्फ 20 देशों में हैं. वहीं पूरी दुनिया में इसके 88 केंद्र हैं, जिसमें से भारत में पहला केंद्र नवी मुंबई में बनाया गया है. इस प्रोटॉन थेरेपी मशीन से ऐसे कैंसर को भी ठीक किया जा सकता जो बाकी इलाजों से मुमकिन नहीं हो पाता.