Fertility in women: महिलाओं में फर्टिलिटी के लिए लाइफस्टाइल से जुड़ी कुछ चीजों को अपनाना फायदेमंद होता है. डेली रूटीन में कुछ जरूरी बदलाव करने से महिलाओं की मां बनने की ख्वाहिश पूरी हो सकती है. इसके लिए जरूरी है वे पोषक तत्वों से भरपूर चीजें खाएं, स्ट्रेस को मैनेज करें और नींद पूरी लें और फिजिकल एक्टिविटी करें. आज हम आपको कुछ ऐसी आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें अपनाने से महिलाएं अपनी फर्टिलिटी को बूस्ट कर सकती हैं.
हेल्दी वेट को करें मेंटेन- कम वजन और ज़्यादा वजन दोनों ही ओव्यूलेशन और हार्मोन के लेवल को बाधित कर सकते हैं, जो फर्टिलिटी के लिए ज़रूरी हैं. ज़्यादा चर्बी से एस्ट्रोजन का लेवल बढ़ सकता है, जबकि शरीर में बहुत कम चर्बी पीरियड्स को पूरी तरह से रोक सकती है.
फर्टिलिटी फ्रेंडली डाइट- पत्तेदार सब्जियां, जामुन, साबुत अनाज, फलियां, हेल्दी फैट, प्रोटीन, फोलेट, आयरन, जिंक और एंटीऑक्सीडेंट जैसे आवश्यक पोषक तत्व फर्टिलिटी के लिए फायदेमंद माने जाते हैं. ये पोषक तत्व हार्मोन रेगुलेशन, एग्स की क्वालिटी का सपोर्ट करते हैं. और शरीर में इन्फ्लेमेशन को कम करते हैं, जो फर्टिलिटी के लिए जरूरी माने जाते हैं.
स्ट्रेस को मैनेज करना- क्रॉनिक स्ट्रेस ओव्यूलेशन और पीरियड्स को बाधित करता है और इससे हार्मोनल गड़बड़ी होती है. योग, मेडिटेशन, अनुलोम-विलोम करने से आपको काफी मदद मिल सकती है. ये सभी चीजें स्ट्रेस हार्मोन को कम करने में मदद करती हैं.
क्वॉलिटी स्लीप- खराब नींद हार्मोन रेगुलेशन पर बुरा असर डालती है जिसमें ओव्यूलेशन के लिए जिम्मेदार हार्मोन भी शामिल हैं. फर्टिलिटी और स्ट्रेस लेवल को कम करने के लिए जरूरी है कि आप कम से कम 7 से 9 घंटे की नींद लें.
एक्सरसाइज- रेगुलर एक्सरसाइज करने से वेट को मेनटेन रखने के साथ ही स्ट्रेस को भी कम करने में मदद मिल सकती है. जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करने से पीरियड्स और ओव्यूलेशन में बाधा आ सकती है. ऐसे में बहुत ज्यादा हैवी एक्सरसाइज करने से बचें.