Kadak Masala Chai: भारत में चाय सिर्फ एक ड्रिंक नहीं, बल्कि इमोशन है. सुबह की नींद खोलनी हो, मेहमान आए हों या लंबी गपशप शुरू करनी हो हर मौके की शुरुआत एक कप चाय से ही होती है. लेकिन गौर फरमाने वाली बात ये है कि लोगों को चाय नहीं बल्कि 'अच्छी' चाय पीना पसंद होता है और हर बार चाय अच्छी ही बने इस बात की गारंटी शायद ही कोई दे सकता है. ऐसे में सच मानिए, चाय के मामले में सबसे बड़ी शिकायत यही रहती है 'आज वाली चाय कल जैसी नहीं बनी!' कभी चाय ज़्यादा कड़वी हो जाती है, कभी फीकी, तो कभी दूध-पत्ती का तालमेल ही बिगड़ जाता है.
अब इसी चाय वाली टेंशन का मजेदार और आसान समाधान लेकर आए हैं हम. यूट्यूब पर ‘भारत किचन' नाम का चैनल चलाने वाले शेफ भारत ने अपनी एक वीडियो में चाय बनाने का ऐसा साइंटिफिक लेकिन झटपट तरीका बताया है, जिसे अपनाने के बाद हर बार चाय का स्वाद एक-सा, कंसिस्टेंट और एकदम परफेक्ट आता है. यानी अगर आप उनकी बताई 5 बातों का ध्यान रखेंगे तो आप हर कप में कड़क और मजेदार मसाला चया का स्वाद ले पाएंगे और कहेंगे 'वाह, क्या चाय बनाई है!'
1. बहुत मायने रखता है दूध
शेफ भरत बताते हैं कि चाय बनाने की शुरुआत दूध से होती है. अगर आप 3 कप चाय बना रहे हैं तो करीब डेढ़ कप दूध पहले ही फ्रिज से निकालकर बाहर रख दें. ध्यान रहे कि दूध उबला हुआ और नॉर्मल टेंपरेचर पर ठंडा हो. फ्रिज का ठंडा दूध सीधे डालने से चाय का स्वाद बिगड़ सकता है.
2. मसाला चाय के लिए सही इंग्रीडिएंट्स
अगर आप 3 कप मसाला चाय बना रहे हैं तो उसके लिए आपको चाहिए
2 इलायची (कूटी हुई)
करीब 2 इंच अदरक (कूटी हुई, कद्दूकस नहीं)
भरत के मुताबिक अदरक को घिसकर डालने से चाय कड़वी हो सकती है, इसलिए कूटना जरूरी है. गर्मियों में चाहें तो सौंफ डाल सकते हैं और सर्दियों में काली मिर्च या केसर डालने से स्वाद और सेहत दोनों बेहतर होती है.
3. हाई फ्लेम पर उबलता पानी है सबसे जरूरी
चाय का असली बेस पानी से बनता है. गैस को तेज आंच पर रखें और जितनी कप चाय बनानी है, उतना ही पानी डालें. पानी जल्दी उबलना चाहिए, क्योंकि उबलते पानी में ही मसालों की खुशबू और फ्लेवर ढंग से आता है. पानी उबलने के बाद गैस मीडियम-लो कर दें और उसमें अदरक व इलायची डालें. कम से कम 3 मिनट तक इन्हें पकने दें. इस दौरान पानी का रंग बदल जाएगा और खुशबू आने लगेगी. ठंडे पानी में मसाले या चायपत्ती डालने से चाय कड़वी बन सकती है.
4. चायपत्ती डालने का सही समय
जब पानी अच्छे से रंग छोड़ दे, तब गर्म-गरम पानी में चायपत्ती डालें. इसे कहते हैं ब्लूमिंग. इसी स्टेज पर चायपत्ती अपना असली रंग और खुशबू छोड़ती है. चायपत्ती के साथ ही चीनी डालें, दूध के साथ नहीं, ताकि चाय पतली न लगे.
5. दूध डालने का सही समय
भरत कहते हैं अब दूध की बारी आती है. पहले से नॉर्मल टेंपरेचर पर रखा दूध डालें. ठंडा दूध डालने से चाय का टेंपरेचर बिगड़ता है और ऊपर मलाई की लेयर आ जाती है. दूध डालने के बाद 1 मिनट तक चाय को उबालें और हल्का उछाल दें, ताकि फ्लेवर अच्छे से ब्लेंड हो जाए.
ये डालने से दोगुना होगा स्वाद
चाय छानने के बाद आखिर में थोड़ा सा दालचीनी पाउडर और इलायची पाउडर डालें. इससे चाय की खुशबू और स्वाद दोनों दोगुने हो जाते हैं.
भरत ने बताया है कि इस तरीके से बनाई गई चाय हर बार करीब 95% तक एक जैसी और स्वादिष्ट बनती है. खासतौर पर जब घर पर मेहमान हों, तब ये तरीका काफी काम आता है.