Sarso Ka Saag Punjabi Recipe: सर्दियों के मौसम में कई लोग सरसों का साग बनाना पसंद करते हैं. इसे ज्यादातर मक्के की रोटी के साथ खाया जाता है. सर्दियों में इसे खाने के अनेकों फायदे हैं, यह हमारे मेटाबॉलिज्म को ठीक करता है साथ ही शरीर में बल्ड शुगर लेवल को भी कंट्रोल में रखता है. इसके अलावा लोगों को आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए भी सरसों का साग खाने की सलाह दी जाती है.
करीबन 100 ग्राम सरसों के साग में 27 कैलोरी, 0.4 ग्राम फैट्स, 3.2 ग्राम फाइबर, 1.3 ग्राम शुगर, 358 मिलीग्राम, पोटैशियम, 4.7 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, विटामिन ए, बी 12, सी, डी, आयरन, मैग्नीशियम व कैल्शियम जैसे तत्व पाए जाते हैं. जो हमारे शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. पंजाब में इसे चूल्हे पर बनाया जाता है लेकिन आप गैस पर भी इसमें बढ़िया स्वाद ला सकते हैं. बढ़िया सरसों का साग बनाने के लिए हमेशा फ्रेश और ज्यादा डंठल वाले सरसों को खरीदें. सरसों के साग में असली स्वाद उसके पत्ते से नहीं बल्कि गंदल का होता है. गंदल सरसों के पत्तों की छोटी डंडी को कहते हैं. इसीलिए बाजार से ऐसा साग खरीदें जिसमें ज्यादा से ज्यादा गंदल हों.
Sarso saag Ingredients: सामग्री
तड़के के लिए
How to Make Sarso Saag: सरसों का साग बनाने का आसान तरीका:
सबसे पहले हम पालक, मेथी, बथुआ और सरसों के पत्ते को अलग-अलग प्लेट में निकालकर रख लेंगे. सब्जी बनाने के लिए हमें सबको साफ करना जरूरी है. आइए पहले सरसों के पत्तों को साफ करने का सही तरीका जान लेते हैं. सरसों के पत्ते के नीचे लंबे डंठल होते हैं और कुछ पत्तों के साथ होते हैं. सबसे पहले इन डंठल को छील लेंगे, अंदर से यह एकदम नरम निकल आएंगे. सरसों को साग के लिए पत्तों के डंठल को बिल्कुल इग्नोर ना करें. सब्जी में आधे से ज्यादा स्वाद इन्हीं से आने वाला है. डंठल के छोटे-छोटे टुकड़े काटकर प्लेट में निकाल लें और पत्तों में से नरम पत्तों को चुन लें. अब एक प्लेट में पत्ते और डंठल को छोटा-छोटा काटकर रख लें. पूरे साग को आपको बारीक-बारीक काटना है. अब हम मेथी को छांट लेंगे. मेथी की गड्डी को खोलें, अगर उसमें आपको घांस जैसे लम्बे पत्ते नजर आएं तो उन्हें अलग कर दें. फिर मेथी को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें. इसी तरह हम बथुए को भी साफ करके बारिक काट लेंगे.
सब्जियां काट कर रख लें:
अब एक प्लेट में कटे हुए सरसों, बथुआ, मेथी को मिला लेंगे. अच्छे से धो लेंगे. पत्तों में बहुत ज्यादा मिट्टी होती है इसीलिए इसे 2-3 बार अच्छे से धोएं. अब सामग्री अनुसार अदरक, लहसुन , हरी मिर्च और प्याज को बारीक काटकर अलग-अलग बाउल में निकाल लेंगे. सरसों का साग कुकर की बजाए कढ़ाही में बनाना प्रिफर करें.
साग को उबालना, घोटना शुरू करेंगे:
सबसे पहले एक बड़े भगोने में 2 गिलास पानी डालेंगे. अब मीडियम फ्लेम पर इसे गर्म करेंगे. पानी में उबाल आने के बाद इसमें कटी हुई हरी सब्जियां डाल देंगे. हरी सब्जियों के बीच में थोड़ी सी कटा हुआ लहसुन भी मिला दें फिर प्लेट से भगोने को ढककर साग उबलने रख दें. ऊपर से एक चम्मच नमक भी डाल दें. नमक हम बाद में भी इस्तेमाल करने वाले हैं इसीलिए यहां मात्रा थोड़ी कम ही रखें. भगोने को आपको पूरा नहीं ढकना है. बीच-बीच में इसे चलाते भी रहें. जब आपको लगे की ये उबल चुका है फिर इसे घोटना शुरू करें. अब चमचे की मदद से इसे दबा दबाकर अच्छे से मैश भी करें. घोटने से इसमें लहसुन का फ्लेवर भी आएगा और सब्जी का टेक्सचर भी बढ़िया बनेगा. करीबन आधे घंटे तक आपको ऐसा करना है. सरसों के साग को समय देना बहुत जरूरी है इसीलिए इसे काफी देर तक धीरे-धीरे घोटें.
साग को कड़वापन दूर करने के लिए घोटना जरूरी:
साग का टेक्सचर और अच्छा करने के लिए एक बाउल में 2 टेबल स्पून मक्के का आटा लें. इसमें पानी डालकर अच्छे से चला लें. याद रहे इसमें गांठ न रहें. अब इस घोल को घुटे हुए साग में डाल दें और घोंटते हुए चलाते रहें. इसे लगातार घोंटते रहें लेकिन एकदम पेस्ट जैसा तैयार ना करें. इसकी अच्छे से घुटने की पहचान यह है कि घोटने के बाद इसे चमचे में लेकर देखें अगर यह नीचे टपक नहीं रहा है तो मतलब साग अच्छे से घुट चुका है. घोटने से साग का कड़वापन भी दूर होता है. अब गैस बंद कर दीजिए. अब हम इसमें लगाएंगे तड़का.
साग में ऐसे लगाएं तड़का:
तड़का लगाने के लिए बड़ी कढ़ाही में 2 बड़े चम्मच देसी घी डालें. ऊपर से 1 चम्मच जीरा डालकर तड़का लगाएं साथ ही 2 सूखी लाल मिर्च डालकर 2 मिनट तक भूनें उसके बाद कटे हुए लहसुन, अदरक और प्याज डालकर सुनहरा होने तक भूनें. साग में बहुत ज्यादा मसाले नहीं डाले जाते लेकिन लहसुन को ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल किया जाता है. अदरक, लहसुन, हरी मिर्च और शुद्ध घी के फ्लेवर से ही इस साग को बनाया जाता है. सुनहरा होने के बाद 1 छोटा टमाटर बारीक काट कर डाल दें. अब ऊपर से स्वादनुसार नमक डालें और 1 चम्मच धनिया पाउडर डाल दें. मसाले को अच्छे से मैश कर लें. कढ़ाही लो फ्लेम पर ही रखें और मसाले के ऊपर से घुटा हुआ साग डाल दें. मिश्रण को अच्छे से मिलाएं. इसके बाद ऊपर से 1 कटोरी पानी डाल दें. पानी की मात्रा ज्यादा ना रखें क्योंकि यह साग गाढ़ा बनाकर खाया जाता है. 5 मिनट तक कढ़ाही को ढककर रख दें. फिर गरमागरम सर्व करें. ऊपर से आप बटर डालकर भी खा सकते हैं, और प्लेट में सलाद रखना ना भूलें.