Acharya Balkrishna Tips: आजकल लोग विदेशी चीजों की तरफ ज्यादा भाग रहे हैं और देसी चीजों को इग्नोर कर रहे हैं. उन्हीं में से एक चौलाई है, जिसे रामदाना भी कहा जाता है. व्रत के दौरान लोग राजगिरा के आटे को अधित खाते हैं, उसी के बीजों को ही रामदाना और चौलाई कहते हैं.
आचार्य बालकृष्ण ने सोशल मीडिया पर इसके बारे फायदों के बारे में बताया, उन्होंने कहा कि यह किसी सुपरफूड से कम नहीं है. इसमें इतने पोषक तत्व मौजूद है कि इसे खाने से हमें कई फायदे मिलते हैं और कई बीमारियों से भी लड़ने में यह मदद करता है.
आचार्य बालाकृष्ण ने कहा कि चौलाई एक ऐसा सुपरफूड है, जिसे अंदर फास्फोरस, पोटेशियम, जिंक, विटामिन्स समेत कई पोषक तत्व रामदाना में मौजूद है. फोलिक एसिड जिसे विटामिन बी9 बोलते हैं, रामदाना में नेचुरल तौर पर फोलेट मौजूद है.
आचार्य बालाकृष्ण के अनुसार, गर्भवती महिलाओं के लिए रामदाना से बढ़कर कोई हेल्दी फूड नहीं है. इससे अद्भुत कोई कोई चीज नहीं होती है, क्योंकि फोलिक एसिड पेट में बच्चे के पोषण के लिए जरूरी होता है. प्राकृतिक रूप से रामदाना में फोलेट पाया जाता है, इसलिए गर्भवती महिलाओं के लिए चौलाई यानी रामदाना का सेवन बहुत फायदेमंद होता है.
रायबरेली के आयुर्वेदिक चिकित्सालय शिवगढ़ की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने वेट लॉस के लिए रामदाना को बेस्ट बताया है. डॉ. स्मिता श्रीवास्तव के अनुसार, रामदाना को सर्दियों में अक्सर खाया जाता है, क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है. ग्लूटेन फ्री भी होता है और आसानी से डायजेस्ट भी हो जाता है. इससे कब्ज, गैस, ब्लोटिंग और एसिडिटी की दिक्कत नहीं होती है. इसे रोजाना खाने से वजन भी कम होता है और कई गंभीर बीमारियां भी दूर करने में यह काम आता है.
सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट एक्सपर्ट पूजा मखीजा ने भी अपनी एक इंस्टाग्राम पोस्ट में राजगिरा और रामदाना के फायदे बताए थे. उन्होंने बताया था कि ये काफी हेल्दी फूड है, क्योंकि इसमें प्रोटीन और आयरन दोनों ही अच्छी मात्रा में मिलते हैं. इसके अलावा रामदाना को बनाने में भी ज्यादा समय नहीं लगता है और इसे खाने से हड्डियों को मजबूती भी मिलती है.