दिनभर हंसी मजाक चलता रहे तो मन खुश रहता है. रोजाना हंसना ना सिर्फ हमारी सेहत को अच्छा रखता है बल्कि मन को भी खुश रखता है. खुशमिजाज बने रहने के लिए आप नीचे दिए गए हिंदी के कुछ मजेदार और लेटेस्ट चुटकुले पढ़ सकते है.
ज़िन्दगी में एक बात याद रखना,
आंसू पोछने वाले बहुत मिलेंगे,
पर नाक पोछने के लिए कोई नही आता,
सर्दी शुरू हो गयी है,
इसलिए अपना ध्यान रखना...
सर्दियों में आलू के पराठे हरी चटनी के साथ खाकर
धूप में मगरमच्छ की तरह पड़े रहने में जो सुख है..
उसे ही असली सुख कहा गया है.
मरीज - मुझे बीमारी है कि खाने के बाद भूख नहीं लगती,
सोने के बाद नींद नहीं आती, काम करूं तो थक जाता हूं
डॉक्टर - बहुत गंभीर बीमारी है, एक काम करो,
सारी रात धूप में बैठो जल्दी ठीक हो जाओगे.
एक बार सोनू ट्रेन में सफर कर रहा था.
ट्रेन में बहुत भीड़ होने की वजह से वो एक गंजे आदमी की गोद में बैठ गया.
आदमी (गुस्से में) - हां, हां! मेरे सिर पर आकर बैठा जा.
सोनू - नहीं, अंकल मैं यहीं ठीक हूं,
वहां से फिसल कर गिरने का डर है.
बच्चा पुरानी एल्बम देखते हुए बोला - मम्मी ये फोटो में तुम्हारे साथ कौन है?
मम्मी - ये तेरे पापा हैं.
बच्चा - तो हम इस गंजे के साथ क्यों रहते हैं?
बच्चे का जवाब सुनकर मम्मी बेहोश.
आज पति ने खाना बनाया
पत्नी- ये सब्ज़ी जो तुमने बनाई है इसका क्या नाम है ?
पति- क्यों पूछ रही हो?
पत्नी- मुझे भी तो ऊपर जाकर जवाब देना है जब वो पूछेंगे- क्या खाकर मरे थे?
पत्नी - तुम्हें जरा भी तमीज नहीं है, मैं घंटों से बोले जा रही हूं और तुम हो कि उबासी ले रहे हो.
पति - मैं उबासी नहीं ले रहा,
बोलने की कोशिश कर रहा हूं.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)