शिक्षा के जरिये आगे बढ़ने की कोशिश हर कोई करता है पर कई बार कम संसाधनों की वजह से रास्ते उतने आसान नही हो पाते हैं. उत्तर प्रदेश के महोबा में एक ऐसा ही स्कूल है जहां न टीचर है न कोई पढ़ाने यहां आता है लेकिन इस स्कूल में छात्र एक-दूसरे के खुद ही टीचर है. यहां पढ़ रहे छात्र कहते है कि हम एक-दूसरे को पढ़ाते है, बात करते है और समस्या का समाधान निकालते है. यहां हर छात्र में कुछ खास है. इस वीडियो में देखें ऐसे ही एक अनोखे स्कूल की कहानी जहां हर बच्चा है ख़ास और पढ़ाई करने का तरीका भी है लाजवाब.