UP के महोबा जिले में "आजतक" की खबर का बड़ा असर हुआ है. सरकारी जमीन पर बीजेपी नेता द्वारा कब्जा कर दुकानों का निर्माण करने पर रविवार को सीएम योगी का बुलडोजर गरजा. एसडीएम के निर्देश पर अवैध कब्जे को तहसीलदार ने बुल्डोजर से हटवाया. प्रशासन की इस कार्रवाई से सत्ता की हनक पर कब्जा करने वाले भू-माफिया में हड़कंप मच गया. उधर, प्रशासन ने सख्त हिदायत देते हुए दोबारा कब्जा करने पर केस दर्ज कराने की बात कही है.
बीते दिनों महोबा शहर में एक कथित बीजेपी नेता और मील संचालक द्वारा सरकारी जमीन पर कब्जा कर दुकानों के निर्माण की खबर आई थी. इस पर एसडीएम सदर जितेंद्र कुमार ने मौके पर जांच टीम भेजा था. इस दौरान पता चला कि चरखारी बाईपास रोड पर दाल मील के पास जमीन सरकारी है. इस पर अवैध कब्जा हो रहा है. इसी पर सीएम योगी का बुलडोजर गरजा है.
सत्ता के लोगों पर कार्रवाई न करने के आरोपों के बीच खुद एसडीएम सदर ने अवैध कब्जे को हटाए जाने के निर्देश दिए. इसके बाद तहसीलदार बालकृष्ण सिंह बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंच गए. देखते ही देखते सरकारी जमीन पर हुए अवैध कब्जे को बुलडोजर से हटा दिया गया.
इसके बाद से कब्जा करने वाले कथित बीजेपी नेता के होश उड़ गए. वहीं एसडीएम ने साफ कर दिया कि भूमाफिया कोई भी हो, उस पर कार्रवाई होगी और सीएम योगी का बुलडोजर चलेगा.
तहसीलदार बालकृष्ण बताते हैं, "उप जिलाधिकारी द्वारा चरखारी बाईपास दाल मील के नजदीक सरकारी जमीन पर कब्जे की शिकायतें मिलने पर टीम गठित कर जांच की गई थी. इसमें पाया गया कि उक्त जमीन सरकारी है. इसके बाद निर्माण कार्य को रुकवा दिया गया था. आज निर्माण कार्य को हटाए जाने की कार्रवाई की गई है".
हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि भूमाफिया कब्जाधारी पर क्या कोई केस भी दर्ज होगा तो वह गोलमोल जवाब देते नजर आए.