उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक महिला जज के साथ घर में घुसकर रेप की घटना सामने आयी है. गैंग रेप के आरोपी अब भी फरार हैं. महिला जज के भाई ने कहा कि चार-पांच दिन में न्याय नहीं मिला तो वे परिवार सहित अनशन पर बैठ जाएंगे.
रेप पीड़ित महिला जज ने खौफ के मारे अलीगढ़ छोड़ दिया है और न्याय के लिए उनका भाई अकेला अलीगढ़ में भटक रहा है. महिला जज के भाई ने बताया कि वह एसएसपी से मिलने गए, लेकिन वे नहीं मिले. उन्होंने बताया कि मामले में धारा 164 के तहत बयान भी दर्ज हो चुके हैं, लेकिन अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है.
पीड़ित महिला जज के भाई ने फर्रुखाबाद के एमएलए विजय सिंह पर आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि वे लोग समाजवादी पार्टी से जुडे हैं और इसी वजह से न्याय नहीं मिल रहा है. महिला जज के भाई ने बताया कि उन लोगों ने पहले भी उनकी बहन पर जानलेवा हमला किया था, लेकिन पकड़े नहीं गए थे तो अब उन्होंने ये घिनौना काम कर दिया.
उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के नारे के साथ सत्ता में आए अखिलेश के राज्य में अपराधियों के सत्ता के साथ गठजोड़ ने उन्हें भय मुक्त कर दिया है. वे खुलकर अपराधों को अंजाम दे रहे हैं. वरना दूसरों को न्याय देने वाली महिला जज खुद न्याय पाने को न तरसती.
महिला जज के भाई द्वारा अलीगढ़ के सिविल लाइन थाने में दी गई रिपोर्ट के मुताबिक घटना 2 जून 2014 की है. रात 12.30 बजे बरेली के गोपाल गुप्ता और फर्रुखाबाद के पंकज गुप्ता उनकी बहन के पहली मंजिल के सरकारी आवास के जाली के दरवाजे की चिटकनी तोड़कर अंदर घुसे. दोनों ने अंदर जाकर महिला जज के मुंह पर मच्छर मारने का स्प्रे किया, जिससे वो बेहोश हो गई.
विरोध करने पर दोनों ने महिला जज को मारा और उनके कपडे फाड़ दिए, फिर जबरदस्ती उनके साथ बलात्कार का प्रयास किया. महिला मजिस्ट्रेट ने कोर्ट को दिए 164 के अपने ब्यान में अपने साथ दो लोगों द्वारा बलात्कार किए जाने की बात कही है.
पीड़ित भले ही जज हो या आम इंसान वो तो पीड़ित ही होता है, लेकिन अधिकारियों का सरकारी रवैया सरकार और उसके नेताओं के मूड के अनुसार ही काम करता है वर्ना जज के साथ रेप के आरोपी यूं खुलेआम न घूम रहे होते.