ये सामान्य बात है कि कोई चुनाव जीतता है तो फिर लोगों में मिठाइयां बांटता है. लेकिन क्या चुनाव लड़ने की तैयारी के दौरान भी कोई ऐसा कर सकता है. आप मना करेंगे, लेकिन ऐसा हुआ है. अमरोहा जिले के रुखालु गांव में ग्राम प्रधान के लिए चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे चंद्रसेन की ओर से ऐसी ही कोशिश की गई. पर लोगों के घरों में रसगुल्ले बांटना चंद्रसेन को काफी भारी पड़ गया. चंद्रसेन के घर से पॉलीथिन की थैलियों में करीब 100 किलो रसगुल्ले जब्त किए गए.
चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में चंद्रसेन के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, वहीं उसकी पत्नी के भाई सोहनवीर को गिरफ्तार कर लिया गया है. सोहनवीर थाना रहरा के तहत पौरारा का रहने वाला है. चंद्रसेन इस घटना के बाद से गायब है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.
गांव के घरों में जब रसगुल्ले बांटे जा रहे थे तो किसी ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी. फिर पुलिस ने रुखालु पहुंच कर चंद्रसेन के घर पर छापा मारा. यूपी पंचायत चुनावों में चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर अमरोहा जिले में ये इस तरह की पहली कार्रवाई है.
पंचायत चुनावों के दौरान वोटरों को लुभाने के लिए उम्मीदवार तरह-तरह के हथकंडे आजमाते हैं. कैश बांटना या दारू, मुर्गा पार्टी जैसे आरोप सामने आते रहे हैं. लेकिन प्रधान पद के चुनाव लड़ने की तैयारी के दौरान रसगुल्ले बांटना अपने आप में कुछ अलग किस्म का मामला है. चंद्रसेन ने नामांकन भरने से पहले ही वोटरों को लुभाने के लिए ये कोशिश की.
बता दें कि यूपी में चार चरण में पंचायत चुनाव हो रहे हैं. इसके लिए 15, 19, 26 और 29 अप्रैल को वोटिंग होनी है. अमरोहा जिले में दूसरे चरण में 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. यहां के लिए नामांकन पत्र 7 और 8 अप्रैल को दाखिल किए जा सकते हैं. सभी जगह वोटों की गिनती 2 मई को होगी.