उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार राज्य में निवेश और बेहतर कारोबार के इरादे से आज सूबे की राजधानी लखनऊ में इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दो दिवसीय यूपी इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन किया. योगी सरकार ने इस आयोजन के सूबे के पूर्व मुख्यमंत्रियों को निमंत्रण भेजा था. इसके बावजूद कोई भी पूर्व सीएम शामिल नहीं हुए हैं.
योगी सरकार ने इन्वेस्टर्स समिट के लिए अखिलेश यादव, मुलायम सिंह यादव और मायावती समेत सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को न्योता भेजा गया था. पर इनमें से कोई भी पूर्व सीएम आयोजन में शामिल नहीं हुए. जबकि इस समित में देश के शीर्ष 5000 उद्योगपतियों का जमावड़ा है. इनमें प्रमुख रूप से मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, कुमार मंगलम बिड़ला, आनंद महिंद्रा, पकंज पटेल, शौभना कामिनेनी, रशेश शाह और नटराजन चंद्रशेखर उपस्थित हैं. सूबे में हजारों करोड़ की निवेश होने की उम्मीद से विकास की संभावनाएं हैं.
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम में कहा कि इस समिट का लक्ष्य यूपी को बीमारू राज्य की श्रेणी से उभारने का है, पीएम मोदी हमें विकास के लिए समय-समय पर मार्गदर्शन देते हैं. उन्होंने कहा कि अगर भारत को विकास की राह में आगे बढ़ाना है तो रास्ता यूपी से ही होकर जाता है.
उन्होंने कहा कि इस समिट में हमारी मुख्य फोकस एग्रो, डेयरी, फूड प्रोसेस, इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे बड़े क्षेत्रों पर है. पिछले 11 महीने में कानून का राज स्थापित किया है, प्रदेश में शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए काम किया है. हमारे प्रदेश में से 10 शहरों को स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है, लखनऊ में मेट्रो चल रही है. कानपुर-मेरठ में मेट्रो का काम चल रहा है, वहीं गोरखपुर और वाराणसी में भी मेट्रो का काम आगे बढ़ाया जा रहा है.
यूपी सीएम ने कहा कि हमारा लक्ष्य अगले तीन साल में 40 लाख रोजगारों का सृजन करना है. इसके लिए हमारी सरकार लगातार काम कर रही है.
यूपी के यूपी इन्वेस्टर्स समिट के पहले दिन उद्योगपति गौतम अडानी ने 35000 करोड़ का निवेश करने की बात कही. वहीं मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो अगले तीन साल में 10 हजार करोड़ रुपए का निवेश करेगा. आदित्य बिड़ला ग्रुप के कुमार मंगलम बिड़ला ने यूपी में 25000 करोड़ रुपए के निवेश का वादा किया. टाटा ग्रुप के एन. चंद्रशेखरन ने ऐलान किया है कि टाटा ग्रुप 30,000 लोगों के लिए नया कैंपस बनाएगा