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अयोध्या में 300 करोड़ में बनेगा सबसे लंबा सरयू रिवर फ्रंट, जानें इसकी खासियतें

रामनगरी अयोध्या में सरयू तट पर दो किलोमीटर लंबा सरयू रिवर फ्रंट बनने जा रहा है. इससे न सिर्फ अयोध्या का गौरव बढ़ेगा, बल्कि बाढ़ से लोगों को निजात मिलेगी. साथ ही पर्यटकों को नई सौगात मिलेगी. इस योजना पर 300 करोड़ रुपए से अधिक खर्च होने का अनुमान है.

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अयोध्या स्थित सरयू नदी का तट
अयोध्या स्थित सरयू नदी का तट
स्टोरी हाइलाइट्स
  • एक साथ सरयू किनारे पूजा कर सकेंगे लाखों श्रद्धालु
  • इस परियोजना से अयोध्या की बनेगी एक और बड़ी पहचान

यूपी सरकार अयोध्या की नई तस्वीर बदलने की कवायद में पूरी तरह जुट गई है. इसके लिए श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के साथ-साथ सरकार अयोध्या के विकास के लिए ऐसी कई योजनाओं पर काम कर रही है, जिससे शहर का कायाकल्प हो जाए. इस कड़ी में राम की पैड़ी के सौंदर्यीकरण के बाद सरयू किनारे अयोध्या की सरयू रिवर फ्रंट सबसे बड़ी परियोजना है. इससे न सिर्फ अयोध्या का गौरव बढ़ेगा, बल्कि बाढ़ के समय परेशानियों से लोगों को निजात मिलेगी. साथ ही पर्यटकों को नई सौगात मिलेगी.

अयोध्या में आने वाला हर श्रद्धालु सरयू तट पर जरूर जाता है. अयोध्या में अगर बात करें घाटों की तो सरयू के किनारे नए घाट से लेकर गुप्तार घाट तक कुल 14 प्रमुख घाट हैं. इसमें गुप्तार घाट, कैकई घाट, कौशल्या घाट, लक्ष्मण घाट, पाप मोचन घाट, ऋण मोचन घाट, अहिल्याबाई घाट, जटायु घाट, जानकी घाट और नया घाट जैसे कई प्रसिद्ध घाट हैं. हर घाट की अपनी पौराणिक पहचान है. इसमें से कई सारे ऐसे घाट हैं, जो अब तक कच्चे थे. अब अयोध्या को सबसे लंबे घाट की सौगात के तहत नया घाट से गुप्तार घाट तक के घाटों को एक चेन में पिरोया जा रहा है. 232 करोड़ 56 लाख रुपए की लागत से बनने वाले सबसे लंबे घाट का प्रस्ताव दिसंबर 2020 में सिंचाई विभाग के सरयू नहर खंड ने सरकार को भेजा था. 

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इस योजना पर 300 करोड़ रुपए से अधिक की लागत होने की चर्चा है. इसमें सबसे पहले बीच के जो कच्चे घाट थे, उसे 39 करोड़ की लागत से पक्का किया जा रहा है. इस घाट की लंबाई 6 किलोमीटर होगी. इसी योजना के तहत सरयू किनारे तटबंध पर सीसी रोड और उसके किनारे सौंदर्यीकरण भी शुरू हो गया है. इसे सरयू रिवर फ्रंट का नाम दिया गया है. अयोध्या आने वाले दिनों में पर्यटकों और श्रद्धालुओं का सबसे बड़ा केंद्र बनने वाला है, इसलिए दूरदर्शी सोच के अंतर्गत अयोध्या में इतना लंबा घाट बनाया जा रहा है.

इससे एक तरफ बड़ी संख्या में श्रद्धालु एक साथ घाटों पर खड़े होकर स्नान और पूजन-अर्चन कर सकेंगे. साथ ही सरयू के किनारे बसी अयोध्या को करीब से जान और पहचान सकेंगे. इसके लिए सरयू रिवर फ्रंट के किनारे पक्की रोड और ग्रीनफील्ड का विकास कर सौंदर्यीकरण किया जा रहा है. कई महापुरुषों की मूर्तियां भी लगाई जाएंगी. इससे बाढ़ के समय मंदिरों से लेकर घरों तक घुसने वाले सरयू नदी के पानी से लोगों को निजात मिल सकेगी. 

अयोध्या के जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने बताया कि हमारा जो पूरा प्लान है, उसमें गुप्तार घाट आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. उसको नया घाट से जोड़ने का प्लान भी है. इसके लिए 1.1 किलोमीटर का जो गैप है, उसको बनाने का निर्माण कार्य शुरू कर रहे हैं. अब तक 40 प्रतिशत कार्य हो चुका है. सौंदर्यीकरण का काम भी करेंगे. इससे गुप्तार घाट से नया घाट तक सीढ़ी कनेक्टिविटी हो जाएगी. यह पूरी परियोजना 39 करोड़ की है और इसे जल्द ही पूरा करने का लक्ष्य रखा है. बाढ़ के आने के पहले ही हम लोग उस कार्य तक पहुंच जाएंगे.

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