
योगी सरकार में नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने आदेश दिया है कि सुबह के वक्त शहरों की सफाई के दौरान बड़े अफसर निगरानी करेंगे और साथ ही साथ रिपोर्ट भी भेजेंगे. इस आदेश का क्या असर रहा है इसे जानने के लिए 'आजतक' की टीम उत्तर प्रदेश के कई बड़े शहरों में ग्राउंड जीरो पर पहुंची.
वाराणसी नगर निगम कोतवाली वार्ड में साफ-सफाई की मॉनिटरिंग की कमान कोई और नहीं बल्कि खुद नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एनपी सिंह ने संभाल रखी थी. कूड़ा उठाने से लेकर झाड़ू लगाने वाले स्वीपर तक को नगर स्वास्थ्य अधिकारी निर्देश देते नजर आए, तो वहीं प्रतिबंधित प्लास्टिक को भी रेहड़ी पटरी वालों से जब्त भी करते दिखाई पड़े और कड़ी चेतावनी भी दी.

इस दौरान नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एनपी सिंह ने बताया कि वाराणसी में विश्वनाथ कॉरिडोर के बाद से पर्यटक काफी बढ़ गए हैं. साथ ही वाहनों की संख्या बढ़ गई है. उसके अलावा नवरात्रि और रमजान का पवित्र माह भी चल रहा है, जिसको देखते हुए नगर विकास मंत्री जी के निर्देश पर कि सुबह 5 बजे से साफ-सफाई शुरू हो चुकी और जिसके निरीक्षण की जिम्मेदारी भी वरिष्ठ अधिकारियों को करने के लिए कहा गया है. उन्होंने बताया कि बनारस को 5 कलस्टर में बांटकर सफाई की जा रही है और जिसका हेड जोनल स्तर का अधिकारी है.
सहारनपुर में राइट टाइम मिले अधिकारी
सहारनपुर में नगर विकास मंत्री के आदेशों का पूरी तरह से पालन हो रहा है. नगर निगम के अधिकारियों ने सहारनपुर को चार ज़ोन में बांटा है और शहर की सफ़ाई व्यवस्था सुबह 5 बजे से शुरू कर दी जाती है. नगर निगम के अधिकारी शहर में चल रही सफाई व्यवस्था को स्वयं मौके पर रहकर मॉनिटर कर रहे हैं.
नगर निगम के नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कुणाल जैन का कहना है कि शहर के चारों ज़ोन में चार अधिकारी अलग-अलग घूमते हैं. उनके ऊपर नगर आयुक्त स्वयं भी शहर का भ्रमण करते हैं. सबसे पहले मुख्य मार्गों की सफ़ाई करवायी जाती है. उसके बाद शहर के अंदर के क्षेत्र की सफ़ाई करवायी जाती है. आवारा बेसहारा पशु जो सड़क पर घूमते हैं, उनको पकड़ने का भी अभियान चलाया जा रहा है. कहीं भी इस तरह से कोई पशु मिलता है तो उसको पकड़कर कान्हा गौशाला में भिजवा दिया जाता है.
सहारनपुर नगर में चल रही सफ़ाई व्यवस्था की निगरानी के लिए पहुंचे नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान के तहत हमारे यंहा सुबह साढ़े पांच बजे से यह अभियान शुरू हो जाता है. सभी जगह हम लोग चेक कर रहे हैं. उन्होंने आगे बताया कि हमारे कंट्रोल रूम पर गंदगी को लेकर जो भी शिकायत आती है तो एक घंटे के अंदर उस शिकायत का निस्तारण तुरंत होता है.
प्रयागराज में फील्ड में नहीं दिखे अधिकारी
नगर विकास मंत्री के इस फरमान का रिजल्ट चेक करने के लिए जब हम संगम नगरी प्रयागराज पहुंचे, तो यहां सिर्फ सफाईकर्मी ही सड़कों की सफाई करते नजर आए और अधिकारी यहां नदारद दिखे. प्रयागराज की सड़कों पर सफाई तो हो रही थी, सफाईकर्मी सड़कों की सफाई कर कचरा भी उठा रहे थे, लेकिन इनकी मॉनिटरिंग के लिए नगर निगम का कोई अधिकारी दिखाई नहीं दे रहा था.
जब टीम ने सड़कों की सफाई कर रहे कर्मचारियों से अधिकारियों के आने के बारे में पूछा तो वो अपने अधिकारियों को बचाते दिखाई दिए. सफाईकर्मी ने खुद बताया कि सुबह 6:15 बजे से सफाई कर रहा है, लेकिन कोई अधिकारी देखने नहीं आया और बताया कि आए होंगे, हमने नहीं देखा. वहीं, नगर निगम के अधिकारी शासन के आदेशों का पालन कर मॉनिटरिंग और फोटो खींच कर उसे अधिकारियों को भेजने का दावा कर रहे हैं.
झांसी में चुस्त-दुरुस्त दिखी व्यवस्था
रियलिटी चेक के इसी क्रम में हमारी टीम झांसी पहुंची. झांसी नगर निगम क्षेत्र में सफाईकर्मी पहले की तरह साफ सफाई का काम करते नजर आए. लेकिन अब उनके काम पर पहरा अधिकारियों का नजर आया. अधिकारियों का कहना है कि शासन के निर्देश हैं कि सफाई पर अधिकारी नजर रखें. लिहाजा हम लगातार जगह जगह जाकर साफ सफाई के काम को देख रहे हैं. साथ ही सफाई व्यवस्था से सम्बंधित किसी भी शिकायत का तुरंत निस्तारण किया जा रहा है.
खाद्य एवं सफाई निरीक्षक प्रदीप कुमार ने बताया कि शासन के निर्देश हैं कि सफाई पर अधिकारी नजर रखें. हम लगातार जगह जगह जाकर सफाई के काम की निगरानी कर रहे हैं. साथ ही सफाई व्यवस्था से जुड़ी किसी भी शिकायत का तुरंत निस्तारण किया जा रहा है.
बरेली में देर से फील्ड में पहुंचे अधिकारी
बरेली में सफाई तो इंस्पेक्टर और उनकी टीम पहले की भांति करते नजर आए. लेकिन अधिकारी थोड़ा लेट चेक करने पहुंचे. जब 'आजतक' ने उनसे पूछा कि आप मौके पर नहीं थे? तो उनका कहना था कि एक -एक अधिकारी को 10 दस वार्ड दिए गए हैं. हम लगातार जगह जगह जाकर देख रहे हैं. साथ ही सफाई व्यवस्था से जुड़ी किसी भी शिकायत का तुरंत निस्तारण किया जा रहा है.
मुजफ्फरनगर में मौके पर नहीं मिले अधिकारी
जब हमने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपद मुज़फ्फरनगर में सुबह 6:30 बजे से 8 बजे तक सड़कों पर घूमकर सफाई व्यवस्था का रियल्टी चेक किया, तो नगर में जगह-जगह सफाई करते नगरपालिका के कर्मचारी और उनकी निगरानी करते उनके सफाईनायक तो जरूर मिले. लेकिन कोई भी अधिकारी हमें कहीं दिखाई नहीं पड़ा. इस बाबत जब हमने इन सफाईनायक से ये पूछा कि क्या कोई अधिकारी भी सफाई व्यवस्था की जानकारी लेने आते हैं? तो उन्होंने बताया कि सुबह सवेरे आकर साढ़े पांच बजे से 8 बजे तक अधिकारी साथ ही रहते हैं. लेकिन हमारे रियल्टी चेक में हमें मौके पर कोई नहीं मिला.
इस दौरान हमारी टीम ने नगर की कच्ची सड़क लिए, कचहरी रोड, प्रकाश चौक और महावीर चौक का भ्रमण किया. लेकिन इस दौरान बड़ा अधिकारी मॉनिटरिंग करते हुए हमारे कैमरे में कैद नहीं हुआ. वहीं, इस बारे में जानकारी देते नगरपालिका के स्वास्थ्य अधिकारी अतुल कुमार ने सफाई देते हुए बताया कि हो सकता है कि उस वक्त अधिकारी किसी दूसरे इलाके में मौजूद रहे हो.
(वाराणसी से रोशन जायसवाल, सहारनपुर से अनिल भारद्वाज, प्रयागराज से पंकज श्रीवास्तव,झांसी से अमित श्रीवास्तव, बरेली से कृष्ण गोपाल राज और मुजफ्फरनगर से संदीप सैनी के इनपुट के साथ )