उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ में 2 हजार करोड़ की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास करने के साथ ही लखनऊ मेट्रो रेल का लोगो भी जारी किया.
अखिलेश यादव द्वारा शिलान्यास की गई विभिन्न योजनाओं में लखनऊ में पचास हजार दर्शकों की क्षमता वाला अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम, डॉक्टर राम मनोहर लोहिया राज्य व प्रबन्धन अकादमी, आधुनिक दुग्ध प्रसंस्करण प्लांट और आईटी (सीजी) सिटी का निर्माण प्रमुख हैं. योजनाओं के शिलान्यास के मौके पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी दो साल की सपा सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हुए कहा कि ये योजनाएं सीधे तौर पर जनता से जुड़ी है और लखनऊ को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में मददगार साबित होंगी.
अखिलेश यादव ने बीएसपी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश की विभिन्न योजानाओं और संस्थानों का नाम बदलने की परंपरा इसी पार्टी ने डाली है, जबकि सपा सरकार ने केवल बदले गए नए नामों की जगह उनके पुराने नाम रखे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कन्नौज का मेडिकल कॉलेज मुलायम सिंह यादव ने अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल में बनवाना शुरू किया था. लेकिन मायावती ने अपनी पार्टी की सरकार बनने के बाद मेडिकल कॉलेज का नाम बदलकर कांशीराम के नाम पर रख दिया. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने जब गरीब विधायकों को अपनी निधि से गाड़ी लेने की सहूलियत दी थी, तो इलेक्ट्रॉनिक मीडिया उनके पीछे पड़ गया था. लेकिन जब उन्होंने विधायकों को अपनी विधायक निधि से पच्चीस लाख रुपये की मदद गरीबों के इलाज के लिए देने का अधिकार दिया, तो मीडिया ने उसे नहीं दिखाया.
सीएम द्वारा शिलान्यास की गई योजनाओं में लखनऊ में बनने वाली 360 करोड़ की लागत से 137 एकड़ में बनने वाले क्रिकेट स्टेडियम, 525 करोड़ की लागत से आधुनिक दुग्ध प्रसंस्करण प्लांट प्रमुख हैं. योजनाओं के शिलान्यास के इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के अलावा स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन, कारागार मंत्री राजेन्द्र चौधरी, खेलमंत्री नारद राय, यूपी के प्रमुख सचिव जावेद उस्मानी सहित कई अन्य नेता और अफसर मौजूद थे.