उत्तराखंड के नवनियुक्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के बयान को लेकर सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारे तक में हलचल मची हुई है. सोशल मीडिया पर तीरथ सिंह रावत के इस बयान को लेकर कुछ लोग अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं तो वहीं कुछ लोग समर्थन भी व्यक्त कर रहे हैं. इस बीच समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर फैशन को लेकर नासमझी का आरोप लगाया है.
कन्नौज पहुंचे अखिलेश यादव ने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी को यह पता ही नहीं है कि फैशन क्या होता है? अखिलेश यादव यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आज के युवाओं की सोच की कद्र नहीं करती. उन्होंने कहा कि अगर यही हाल रहा तो बीजेपी के लोग युवाओं के व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के इस्तेमाल पर भी पाबंदी लगा देंगे.
अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोग फैशन नहीं समझते. इनको फैशन से कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी क्या चाहती है उससे भी भारतीय जनता पार्टी को कोई मतलब नहीं है. अखिलेश यादव ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर इनको मौका मिल जाए तो जो नई पीढ़ी अपने मोबाइल फोन में व्हाट्सएप का इस्तेमाल कर रही है उसको भी अब बंद कर दें.
बीजेपी पर आरोप लगाते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी यह नहीं चाहती कि देश के नौजवान आगे बढ़ें, अपनी समझ से रहें और अपनी समझ से जीवन जीएं. अखिलेश यादव ने आगे कहा कि एक दिन ऐसा आएगा कि भारतीय जनता पार्टी बर्गर पिज्जा और नूडल्स भी बंद करा देगी. अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी के स्वदेशी मंच पर भी तंज कसा और कहा कि यह फटी हुई जींस को बाजार में क्यों लाने दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर नई पीढ़ी अमेरिका से मुकाबला करना चाह रही है तो तो बीजेपी को तो खुश होना चाहिए.
जब अखिलेश के सामने लगने लगे मोदी मोदी के नारे
दो दिवसीय बृज दौरे पर आए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव शुक्रवार को राधा रानी के दर्शन करने बरसाना पहुंचे थे. यहां राधा रानी के दर्शन करने के बाद वह जब मन्दिर के आंगन में पहुंचे तभी वहां मौजूद श्रद्धालु मोदी मोदी के नारे लगाने लगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता को देखते हुए एक बार अखिलेश यादव नारों को अनदेखा कर मंदिर की तरफ मुड़ गए. लेकिन जब नारे तेज होने लगे तो वह एक बार फिर श्रद्धालुओं की तरफ आये और हाथ जोड़कर मुस्करा कर वापस चले गए.
इस दौरान उनके साथ मौजूद सपा कार्यकर्ताओं ने भी अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे लगाए लेकिन मोदी मोदी के नारों के आगे उनकी आवाज दब गयी .