यूपी के माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को धमकियां मिलने का मामला सामने आया है. बांदा जेल में बंद रहे मुख्तार की 28 मार्च को हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. इसके बाद ओवैसी मुख्तार के परिवार से गाजीपुर पहुंचे थे और मुख्तार अंसारी की जेल में मौत हो जाने को लेकर सवाल उठाए थे. इस बीच अब ओवैसी की पार्टी दावा कर रही है कि AIMIM प्रमुख को धमकियां मिल रही हैं.
इस बीच ओवैसी का भी बयान इसको लेकर सामने आया है. ओवैसी ने कहा कि ये लोग हमसे वफा का सबूत मांगते हैं, उन्हें समझना होगा कि हम इस जमीन के मालिक हैं, किरायेदार नहीं. ये कहते हैं, मुसलमान आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं, इन लोगों को समझना होगा कि मजहब माफी सिखाता है.
हैदराबाद में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जब मैं मुख्तार अंसारी के घर गया तब से मुझे सोशल मीडिया पर धमकियां मिल रही हैं. धमकी देने वालों से मैं कहना चाहता हूं, मैं इस दुनिया से इतनी आसानी से नहीं जाने वाला, मैं पीठ नहीं दिखाने वाला. आपने उन्हें (मुक्तार अंसारी) जहर दिया है, वो शहीद हो गए हैं.
उन्होंने कहा कि एक तरह का माहौल बन गया है. आज इस देश से कोई बच नहीं सकता. हम चुनाव आयोग से ही निगरानी की उम्मीद कर सकते हैं. सीएए को एनपीआर और एनआरसी के साथ जोड़कर देखा जाना चाहिए. यह सही साबित हुआ. अमित शाह ने लोकसभा में कहा है और आज राजनाथ सिंह ने कहा है. सीएए-एनपीआर-एनआरसी का लक्ष्य भारत में गरीबों, दलितों और अल्पसंख्यक मुसलमानों को राज्यविहीन करना है.
मुख्तार अंसारी के परिवार से मुलाकात के बाद AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को धमकियां मिलने का मामला सामने आया था. बांदा जेल में बंद रहे मुख्तार की 28 मार्च को हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. हालांकि परिवार का आरोप है कि उन्हें जेल में स्लो पॉइजन दिया गया था. खुद मुख्तार भी कोर्ट में पेशी के दौरान इस तरह के आरोप लगा चुके थे.
बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी मुख्तार अंसारी के घर मोहम्मदाबाद पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाकात की थी. मुख्तार अंसारी के परिवार से मिलकर ओवौसी ने X पर पोस्ट लिखी थी, "आज मरहूम मुख्तार अंसारी के घर गाजीपुर जाकर उनके खानदान को पुरसा दिया, इस मुश्किल वक्त में हम उनके खानदान, समर्थक और चाहने वालों के साथ खड़े हैं."
इसके बाद ओवैसी की पार्टी की तरफ से दावा किया गया कि ओवैसी को धमकियां मिल रही हैं. पार्टी प्रतिनिधियों का दावा है कि ओवेसी के मुख्तार अंसारी के परिवार के सदस्यों से मुलाकात के बाद अज्ञात पते से धमकी भरे पत्र और अज्ञात इंटरनेशनल नंबरों से कॉल का सिलसिला तेज हो गया है. आरोप है कि इस मुलाकात के बाद सोशल मीडिया पर भी धमकियां मिल रही हैं.
पार्टी ने दावा करते हुए कहा था कि कि 2014 से असदुद्दीन ओवैसी को धमकी भरे संदेश, पत्र मिल रहे हैं. हैदराबाद में साइबर क्राइम पुलिस में कई शिकायतें दर्ज की गई हैं लेकिन कोई कार्रवाई शुरू नहीं की गई है. असदुद्दीन ओवैसी पर इससे पहले यूपी विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी हमला हुआ था, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि हमले से पहले उन्हें सोशल मीडिया पर ऐसी धमकियां मिली थीं.