देश के कई हिस्सों में सोमवार को हुई भारी बारिश ने सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. राजस्थान और मध्य प्रदेश में डूबने से 7 लोगों की मौत हो गई है. इस बीच मौसम विभाग (IMD) के पूर्वानुमान में कहा गया है कि पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र सहित उत्तर-पश्चिम भारत में 20 अगस्त तक और अधिक भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा और उत्तराखंड में आज भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है.
इसके अलावा कई राज्यों को बाढ़ आने और भूस्खलन की आशंका को लेकर परामर्श जारी किया है. इसके मुताबिक हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश के नदियों में जल स्तर बढ़ने की आशंका जाहिर की गई है. विभाग के मुताबिक कुछ पर्वतीय जिलों में बादल फटने की घटना हो सकती हैं. इसलिए उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में अलर्ट जारी किया गया है.
दिल्ली में भारी बारिश की संभावना
दिल्ली में सोमवार को हुई भारी बारिश से लोगों को उमस भरे मौसम से राहत मिली. हालांकि, मौसम विभाग ने महानगर में अगले कुछ दिनों तक बारिश होते रहने की संभावना जताई है. मौसम विभाग के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि मानसून एक बार फिर उत्तर की ओर आ गया है और अगले तीन दिन राष्ट्रीय राजधानी के करीब रहेगा. यहां गुरुवार तक बारिश होते रहने की संभावना है. इस बीच एक-दो बार भारी बारिश भी हो सकती है.
सोमवार को भारी बारिश के बाद दिल्ली में सड़कों पर जलभराव
बिहार में 81.56 लाख लोग प्रभावित
गंगा में जल स्तर बढ़ने के साथ ही बिहार में बाढ़ की स्थिति सोमवार को भी गंभीर बनी रही. यहां बाढ़ ने 16 जिलों में 81.56 लाख लोगों को प्रभावित किया है. राज्य में बाढ़ से 25 लोगों की मौत हुई है. बक्सर, मुंगेर, भागलपुर, कहलगांव और पटना के दीघा घाट पर गंगा का जलस्तर सोमवार को और बढ़ गया. पटना के गांधी घाट पर नदी का जल स्तर 48.62 मीटर पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से 2 सेंटीमीटर ऊपर है. बुलेटिन में कहा गया कि बागमती, बरही गंडक, पुनपुन, खिरोई और घाघरा सहित कई अन्य नदियां राज्य के विभिन्न स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
पटना में बढ़ा गंगा का जलस्तर
उत्तर प्रदेश के 788 गांवों में बाढ़
उत्तर प्रदेश में 15 जिलों के 788 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. राज्य के आंबेडकर नगर, अयोध्या, आजमगढ, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, गोण्डा, गोरखपुर, खीरी, कुशीनगर, मऊ, संत कबीरनगर और सीतापुर जिले बाढ़ प्रभावित हैं. उन्होंने बताया कि शारदा और सरयू-घाघरा नदियां कई जगहों पर खतरे के निशान को पार कर गई हैं. राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की टीमें तैनात की गई हैं. यूपी में 1046 नावों को तैनात किया गया है.
ओडिशा में बाढ़ का खतरा
ओडिशा में भी कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति देखी गई. ओडिशा में 13 अगस्त से हो रही भारी बारिश ने कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी है, सड़क संपर्क टूट गया है, कच्चे मकानों और फसलों को नुकसान पहुंचा है और दो लोगों की मौत हो गई. ओडिशा में 20 अगस्त तक मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. लगातार हो रही मूसलधार बारिश की वजह से हीरा डैम लबालब भर गया है. सोमवार को डैम के 12 और गेट खोल दिए गए. भारी बारिश की वजह से मयूरभंज बालासोर, भद्रक और सुंदरगढ़ जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं.
तेलंगाना में खतरे के तीसरे निशान से ऊपर गोदावरी
पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश के कारण तेलंगाना के विभिन्न हिस्से में जन जीवन प्रभावित हुआ है और निचले क्षेत्रों में जलजमाव हो गया है. गोदावरी नदी का स्तर 60.7 फुट पर पहुंच गया. इस तरह जलस्तर खतरे के तीसरे निशान को भी पार कर गया है. मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने राज्य में प्रशासिक तंत्र को अलर्ट पर रखा है. सोमवार को राज्य के कुछ स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है. कुछ स्थानों पर गरज के साथ भारी बारिश की भी चेतावनी दी गई है.
तेलंगाना के वारंगल में भारी बारिश का कहर
आंध्र में डूबे 150 गांव
आंध्र प्रदेश में भी गोदावरी नदी उफान पर है. इससे पूर्वी और पश्चिम गोदावरी जिलों में कई गांव जलमग्न हैं. बाढ़ के कारण करीब 150 गांव डूब गए हैं. गोदावरी की सहायक गौतमी, वशिष्ठ और व्यनतेया नदियों में भी जलस्तर बढ़ गया है. बिजली आपूर्ति रोक दी गई है. यहां SDRF और NDRF की टीमों को तैनात किया गया है. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने युद्ध स्तर पर राहत अभियान चलाने को कहा है.
MP और राजस्थान में डूबने से 7 की मौत
मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में पानी भरे गड्ढे में दो लड़के डूब गए. वहीं, राजस्थान में, अलग-अलग घटनाओं में 3 भाई-बहनों सहित 5 युवक जलाशयों में डूब गए. असम में बाढ़ और भूस्खलन में अपनी जान गंवाने वालों की कुल संख्या 138 हो गई है. बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में 112 लोगों की मौत हो गई, जबकि भूस्खलन में 26 लोगों की मौत हो गई.
छत्तीसगढ़ में बाढ़ जैसे हालात
छत्तीसगढ़ में भी भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात हैं. मौसम विभाग ने सुकमा जिले में 20 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी देते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. सुकमा में शबरी और मलगेर नदी उफान पर है. नदी पुल के ऊपर से बह रही है जिसकी वजह से कई गांवों के लोगों का आना-जाना मुश्किल हो गया है.