चक्रवाती तूफान 'वायु' को लेकर केंद्रीय गृह सचिव ने आज फिर बैठक बुलाई है. बैठक में एनडीआरएफ, डीडीएमए, आईएमडी के आला अधिकारी मौजूद रहेंगे. बैठक में तूफान के खतरे से निपटने के लिए की जा रही तैयारियां की समीक्षा की जाएगी. इसके साथ ही लोगों को बचाने के क्या इंतजाम किए गए हैं? इसकी भी समीक्षा की जाएगी.
अरब सागर में उठा तूफान 'वायु' 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरात के तट की ओर बढ़ रहा है. गुरुवार सुबह तक तूफान के पहुंचने की आशंका है. इसे लेकर भारतीय तटरक्षक दल ने आपदा राहत टीमों का गठन किया है. खतरे से निपटने के लिए दमन, दहानू मुंबई, मुरुदजीरा, रत्नागिरि, गोवा कारवार, मंगलौर, बेयपोर, विजिंजम और कोच्चि में टीमों को तैनात किया गया है.
एक दिन पहले मंगलवार को भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक की थी. चक्रवाती तूफान 'वायु' की वजह से उत्पन्न होने वाली परिस्थितियों से निपटने के लिए राज्य और केंद्रीय मंत्रालयों और एजेंसियों की तैयारियों का जायजा लिया. तूफान के गुरुवार को गुजरात तट से टकराने की संभावना है.
एक उच्चस्तरीय बैठक में स्थिति की समीक्षा करने के बाद अमित शाह ने वरिष्ठ अधिकारियों को लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने और सभी जरूरी सामान के रखरखाव जैसे बिजली, टेलीकम्युनिकेशन, स्वास्थ्य, पीने का पानी समेत अन्य चीजों को सुनिश्चित करने के लिए कहा है. इसके साथ ही तूफान से नुकसान होने की स्थिति में इन चीजों को जल्द से जल्द बहाल करने के आदेश दिए.
आधिकारिक बयान के मुताबिक गृह मंत्री ने नियंत्रण कक्षों के 24 घंटों तैनात रहने के भी निर्देश दिए. एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि एनडीआरएफ ने नौकाओं, ट्री-कटर्स, टेलीकॉम सामान के साथ अपनी 26 टीमों को तैनात किया है और गुजरात सरकार के आग्रह के आधार पर अन्य 10 टीमों को तैयार कर रही है. भारतीय तट रक्षक, नौसेना, थल सेना और वायु सेना को तैयार रखा गया है और निरीक्षक विमान और हेलीकॉप्टर हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं.
गौरतलब है कि गुजरात के सौराष्ट्र तट से 600 किलोमीटर दक्षिण में केंद्रित चक्रवात 'वायु' के गुजरात में गुरुवार को दस्तक देने की संभावना है. गुजरात के मुख्य सचिव जे.एन. सिंह ने गांधीनगर में कहा कि भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) की जानकारी से पता चलता है कि चक्रवात गुरुवार सुबह 6 से 7 बजे के बीच वेरावल के पास दस्तक देने की संभावना है.
जेएन सिंह ने कहा कि यह वेरावल और महुवा (सौराष्ट्र क्षेत्र में) के बीच कहीं भी होगा लेकिन इसकी सबसे ज्यादा संभावना गिर-सोमनाथ जिले के वेरावल के पास है. अधिकारियों ने कहा कि चक्रवात वायु मंगलवार की सुबह वेरावल के दक्षिण में 690 किमी दूरी पर था. इसके दस्तक देने के दौरान रफ्तार 110 किलोमीटर से 135 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है.