त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय ने मंगलवार को एक और विवाद को जन्म देते हुए संगीत प्रस्तुति के लिए कोलकाता आए पाकिस्तान के गजल गायक गुलाम अली को निशाना बनाकर कहा कि दुनिया में कहीं भी पाकिस्तान के हाथों लोगों ने उतना कष्ट नहीं सहा है जितना कि बंगाली हिन्दुओं ने सहा है.
रॉय ने ट्विटर पर लिखा, ‘पाकिस्तानी गायक गुलाम अली कोलकाता में हैं. दुनिया में कहीं भी पाकिस्तान के हाथों लोगों ने उतना कष्ट नहीं सहा है जितना कि बंगाली हिन्दुओं ने सहा है. हरप्रसाद शास्त्री (प्रसिद्ध बंगाली भाषाविद) ने कहा है, बंगाली भूल गए हैं.’ उन्होंने एक दूसरे ट्वीट में कहा, ‘12 फरवरी, 1950 को अशुगंज (अब बांग्लादेश का हिस्सा) में मेघना पुल से गुजर रही सभी ट्रेनों को रोक दिया गया, सभी हिन्दुओं को चाकू से मारकर नदी में फेंक दिया.’
Paki singer GhulamAli in Kolkata. No ppl on earth hv sufferd at Paki hands as mch as Bengali Hindus. Bengalis forget,said Haraprasad Shastri
— Tathagata Roy (@tathagata2) January 12, 2016
On 12 February 1950 all trains crossing the Meghna Bridge at Ashugonj (now Bangladesh) wr stopped,all Hindus stabbed and thrown into river.
— Tathagata Roy (@tathagata2) January 11, 2016
कार्यक्रम में शामिल हुई हैं ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल के अल्पसंख्यक मामले और मदरसा शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित एक व्यापार मेले के उद्घाटन समारोह में गुलाम अली ने प्रस्तुति दी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद इस विभाग की प्रभारी मंत्री हैं. ममता भी इस समारोह में शामिल हुईं.
पिछले साल अक्तूबर में मुंबई में शिवसेना द्वारा पाकिस्तानी गायक का कार्यक्रम रद्द कराने के बाद यह भारत में उनका पहला कार्यक्रम है. रॉय पूर्व में अपने कई विवादित ट्वीट के लिए आलोचनाओं का सामना कर चुके हैं.
सत्ताधारी पार्टी ने की निंदा
त्रिपुरा में सत्तारूढ़ कम्युनिष्ट पार्टी की प्रदेश शाखा के सचिव विजन धर ने रॉय की टिप्पणियों की निंदा की है. उन्होंने कहा, ‘राज्यपाल होने के नाते उन्हें इस तरह की टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. मैं उनकी टिप्पणियों की निंदा करता हूं.’