क्या आप धूम्रपान की लत छोड़ना चाहते हैं, तो देखना बंद कर दीजिये उन फिल्मों और टेलीविजन के कार्यक्रमों को जिसमें किरदार कश लेते हुए नजर आते हैं.
डार्टमाउथ में अनुसंधानकर्ताओं के एक दल ने पाया कि फिल्मों अथवा टेलीविजन में धूम्रपान दर्शक के मस्तिष्क के रसायन को प्रभावित करता है जो उसे धूम्रपान के लिये प्रेरित करता है.
उनके अनुसार ऐसे दृश्यों से तलब जागती है और दिमाग की प्रतिक्रिया से तुरंत दर्शक के हाथ सिगरेट जलाने के लिये तत्पर हो जाते हैं. जो लोग धूम्रपान नहीं करते उनमें लेकिन ऐसी क्रिया नहीं होती.
अनुसंधानकर्ताओं ने धूम्रपान करने वाले 17 व्यक्तियों और उतने ही धूम्रपान नहीं करने वालों को ‘मैचस्टिक मैन’ फिल्म दिखाई. उन्हें पता नहीं था कि अनजाने में उनके मस्तिष्क का एमआरआई स्कैन किया जा रहा है.
इस फिल्म को इसलिये चुना गया कि इसमें धूम्रपान के कई दृश्य थे लेकिन शराब, हिंसा और सेक्स वाले वाले दृश्यों का लगभग अभाव था.
डेली मेल ने अध्ययन के सह लेखक डेलन वागनेर के हवाले से कहा, ‘अभी फिलहाल इस दिशा में और शोध किया जाना है.’