अरूणाचल प्रदेश में बड़े पैमाने पर अफीम की खेती हो रही है. यह बात सैटेलाइट से ली गई तस्वीरों से उजागर हुई है. अंग्रेजी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स ने यह खुलासा किया है.
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के मुताबिक वहां चुपचाप यह काम हो रहा है. अब गृह मंत्रालय ने इस मामले को तरज़ीह दी है. असम और अरूणाचल प्रदेश की सरकारों से कहा है गया है कि वे इस पर लगाम लगाएं. लेकिन इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि अरूणाचल में अफीम की खेती वहां के स्थानीय लोग ही कर रहे हैं. लेकिन उसके लिए पैसे राजस्थान के व्यापारी मुहैया करवा रहे हैं.
ब्यूरो के एक अधिकारी ने बताया कि स्थानीय लोग फसल उगा देते हैं और उसे काटकर व्यापारियों को दे देते हैं. उस फसल को सीमा पार म्यांमार और शायद चीन भी भेज देते हैं. यह फसल असम के रास्ते म्यांमार पहुंचती है और वहां इससे हेरोइन बनाया जाता है. यह हेरोइन पूर्वी एशिया के देशों में काफी ऊंची कीमतों पर बिकता है. इस हेरोइन का कुछ हिस्सा भारत भी भेजा जाता है.
खुफिया विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि भारत हेरोइन का बहुत बड़ा ग्राहक देश नहीं रहा है. पिछले साल 500 किलो हेरोइन पकड़ी गई थी. इसका बड़ा हिस्सा पंजाब और गुजरात से आया था.