आश्रम में नाबालिग से रेप के आरोप में घिरे आध्यात्मिक गुरु आसराम बापू पर कानून का शिकंजा कसने लगा है. जोधपुर पुलिस नोटिस लेकर अहमदाबाद पहुंची है. पुलिस ने उन्हें चार दिन के भीतर पूछताछ के लिए हाजिर होने का आदेश दिया है. पुलिस ने रविवार को आश्रम के वॉर्डन और बच्चों से भी पूछताछ की. पीड़ित लड़की के भाई का भी बयान दर्ज किया गया है.
इस बीच छिंदवाड़ा और शाहजहांपुर गई राजस्थान पुलिस की टीमों ने अपनी जांच शुरू कर दी है. छिंदवाड़ा में पुलिस ने आश्रम के स्टाफ और वहां पढ़नेवाली छात्रों से पूछताछ की. वहीं पीड़ित से पूछताछ में ये सच्चाई सामने आई है कि पीड़ित लड़की आसाराम के पास नहीं जाना चाहती थी लेकिन उसके माता-पिता ने आसाराम की अंधभक्ति में जबरन उसे आश्रम भेजा था.
उधर, आसाराम बापू ने एक बार फिर कहा है कि वो बेगुनाह हैं और साजिश के तहत उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं. इंदौर में आसाराम ने मीडिया पर जमकर अपनी भड़ास निकाली. हालांकि आसाराम ने ये माना कि वो पीड़ित को जानते हैं और वो उनकी पोती के समान है. आसाराम ने कहा कि जब उन जैसे हस्ती पर झूठे आरोप लगते हैं तो समझा जा सकता है कि समाज में कितने लोगों पर झूठे केस चलते होंगे.
दूसरी ओर छिंदवाड़ा में धर्म सेना के कार्यकर्ताओ ने आसाराम के आश्रम के सामने बापू का पुतला जलाया वही भारतीय गोंडवाना पार्टी ने आश्रम बंद करने के लिए ज्ञापन सौपा.
जबकि इंदौर में आसाराम की तुलना सिख गुरु गुरुनानक देव से किए जाने पर सिख समाज आग बबूला हो गया. इंदौर में आश्रम के खिलाफ सिख समुदाय ने जमकर नारे बाजी की और आसाराम के पोस्टर पर कालिख पोती. आसाराम की प्रवक्ता नीलम दूबे ने आसाराम की तुलना गुरूनानक देव से की थी.