दिल्ली के फार्महाउस में करोड़पति बीएसपी नेता के कत्ल में पुलिस को अहम सुराग मिले हैं. पुलिस ने दो शूटरों को हिरासत मे लिया है जबकि घर के कई सदस्यों से भी पूछताछ की जा रही है. पुलिस का कहना है कि वो जल्द की इस शूटआउट के कातिलों का खुलासा कर देगी.
बिजनेस टायकून दीपक भारद्वाज के क़त्ल के मामले में पुलिस ने बाहरी दिल्ली से दो शार्प शूटर्स को हिरासत में लिया है. इसी के साथ इस बात की आशंका बढ़ गई है कि भारद्वाज का क़त्ल किसी नज़दीकी के ईशारे पर सुपारी किलर्स ने ही किया है.
वैसे भी मंगलवार को जिस तरह तरीके से इस वारदात को अंजाम दिए जाने की बात सामने आई थी, उससे इतना तो साफ़ था कि क़ातिल दीपक भारद्वाज को किसी भी कीमत पर ज़िंदा नहीं रहने देना चाहते थे. यही वजह थी कि भारद्वाज पर हमला करने से पहले फार्म हाउस की रेकी की गई और तब प्वाइंट ब्लैंक रेंज से उन्हें गोलियों का निशाना बनाया गया.
एम्स की मॉर्चरी में बुधवार को तकरीबन चार घंटे चले भारद्वाज की पोस्टमार्टम से भी ये बात साफ हो गई. फॉरेंसिक मेडिसीन के एक्सपर्ट्स ने उसके जिस्म में दो गोलियां बरामद कीं. ये गोलियां उनके सीने और सिर के पिछले हिस्से में मारी गई थी, जो जिस्म में रह गई थीं.
पुलिस ने गोलियों को अपने कब्जे में लेकर ब्लैस्टिक एक्जामिनेशन के लिए भिजवा दिया है, ताकि ये पता चल सके कि ये गोली किस बोर की हैं और किस अस्लहे से चलाई गई है. पुलिस इस सिलसिले में फार्म हाउस में तैनात कुछ सिक्योरिटी गार्ड्स से भी पूछताछ कर रही है. साथ ही भारद्वाज, उनके दोस्त, रिश्तेदार, सिक्योरिटी गार्ड और तमाम लोगों के मोबाइल फ़ोन के डिटेल्स खंगाले जा रहे हैं.
इस सिलसिले में साउथ दिल्ली की पुलिस ने दस से ज़्यादा टीमें बनाई हैं, जो दिल्ली के अलग-अलग इलाकों के अलावा हरियाणा के जींद और उत्तराखंड के लिए रवाना की गई हैं. बुधवार को दीपक भारद्वाज के क़त्ल में इस्तेमाल की गई स्कोडा कार के हरियाणा के जींद से बरामद होने की ख़बर भी सामने आई.
हालांकि एक तरफ़ जहां हरियाणा पुलिस ने इस बात की तस्दीक करने से इनकार कर दिया, वहीं मामले की जांच कर रही साउथ दिल्ली की डीसीपी छाया शर्मा ने इस बात से इनकार किया. ज़ाहिर है, फिलहाल इस हाई प्रोफ़ाइल मर्डर केस में पुलिस के लिए सीसीटीवी फुटेज से लेकर दूसरे सुरागों को जोड़कर अभी क़ातिल तक पहुंचना एक चुनौती ही बनी है.