कांशीराम की विरासत पर मायावती भले ही अपना दावा ठोक रहीं हों लेकिन इस विरासत पर दूसरे दलों की भी नजर लग गयी है. यूपी में मायावती और बीजेपी भले ही एक दूसरे को देख आंखे तरेरती हों लेकिन बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा ने कांशीराम की विरासत पर दावा ठोक दिया है.
अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी की तस्वीरों के साथ कांशीराम की तस्वीर को देख कर मत चौंकिएगा. बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष संजय पासवान के कमरे में ये तस्वीरें आपको देखने को मिल जाएंगी.
लंबे अरसे से हाशिए पर रहे संजय पासवान को राजनाथ की टीम में जगह तो मिल गयी लेकिन अब एजेंडा था पार्टी का वोट बैंक बढाना. सो लग गए आजाद भारत में दलित राजनीति के मसीहा माने जाने वाले कांशीराम और कांग्रेस के नेता जगजीवन राम की भक्ति में. कहते हैं कि ये दोनों नेता किसी भी पार्टी की जागीर नहीं.
दरअसल पूर्व अध्यक्ष नीतिन गडकरी ने नारा दिया था पार्टी का वोट बैंक बढाने का और बीजेपी के इस मोर्चे को लग रहा है कि कांशीराम और जगजीवन राम के सहारे वोट बैंक बढ जाएगा.