सेना में प्रमोशन के सिलसिले में स्कैम का एक नया मामला सामने आया है. आर्म्ड फोर्स ट्रिब्यूनल ने बुधवार को रक्षा मंत्रालय और सेना को फटकार लगाई है. ट्रिब्यूनल ने कहा है कि सिस्टम में वायरस की तरह भ्रष्टाचार घुसता जा रहा है. कोर्ट ने लेफ्टिनेंट जनरल एन के मेहता का प्रमोशन रद्द कर दिया. फैसले के साथ ही कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि वह ब्रिगेडियर से मेजर जनरल बनने लायक भी नहीं हैं.
जनवरी में दो अफसरों पर सीबीआई जांच
ट्रिब्यूनल ने सेना के इस अधिकारी पर 25 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. बीते 28 जनवरी को सेना में मेजर जनरल रैंक के दो अधिकारियों अशोक कुमार और एस एस लांबा पर प्रमोशन के लिए घूस लेने के मामले में रक्षा मंत्रालय ने सीबीआई जांच कराने के आदेश दिए थे. दोनों अफसरों पर आय से अधिक संपत्ति (डीए) का मामला दर्ज किया गया था. दोनों ने बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन में पोस्टिंग के दौरान गलत तरीके से पॉपर्टी बनाए थे.
सेना के सबसे चर्चित सात घोटाले
सेना को सबसे अनुशासित संस्थान माना जाता है. कभी-कभी इस क्षेत्र से भी भ्रष्टाचार की खबर सामने आ जाती है. देश की आजादी के बाद ऐसे कुछ केस चर्चा में आए हैं, जिसने सेना पर गर्व करनेवालों की नजरें झुकाई है. ऐसे सात चर्चित केस हैं -
1. जीप घोटाला (1948)
भारत सरकार ने इंग्लैंड की एक कंपनी से 200 जीप खरीदने के लिए करार किया था. 80 लाख रुपये की डील में 155 जीपें ही मिलीं. घोटाले में तत्कालीन भारतीय उच्चायुक्त वीके कृष्णन मेनन का नाम आया. साल 1955 में मामला बंद हो गया. मेनन देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के भरोसमंद बने और फिर देश के रक्षा मंत्री भी बनाए गए.
2. बोफोर्स घोटाला (1987)
सेना के लिए बोफोर्स तोपों की खरीद में स्कैम ने राजनीतिक रूप ले लिया था. लगभग 4 अरब रुपये के इस घोटाले में इटली के हथियार कारोबारी क्वात्रोची को करोड़ों रुपये की दलाली दी गई थी. इस आरोप में फंसे प्रधानमंत्री राजीव गांधी को अपनी कुर्सी छोड़नी पड़ी.
3. ताबूत घोटाला (1999)
कारगिल युद्ध के दौरान शहीदों के शवों को उनके परिजनों तक पहुंचाने के लिए ताबूतों की खरीद में घोटाला सामने आया था. तत्कालीन रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस पर इस घोटाले में शामिल होने के आरोप लगे थे. सीबीआई ने अमेरिकी ठेकेदार और सेना के कुछ अफसरों के खिलाफ केस भी दर्ज किया था.
4. राशन आपूर्ति घोटाला (2007)
पहाड़ी इलाकों में सेना के जवानों को राशन पहुंचाने में भी घोटाला सामने आया. जांच के बाद उस समय के आर्मी सर्विस कॉर्प प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एस के साहनी को दोषी पाया गया था. सजा के तौर पर उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था.
5. आदर्श घोटाला (2009)
मुंबई के कोलाबा इलाके के हाई सिक्योरिटी नेवी कैंपसर में बनी आदर्श हाउसिंग सोसाइटी में कारगिल युद्ध के शहीदों की विधवाओं के लिए फ्लैट बनाए गए थे. 6450 मीटर प्लॉट की हाउसिंग सोसाइटी में कई बड़े राजनेताओं और आर्मी अफसरों ने गलत तरीके से अपने नाम पर फ्लैट हासिल कर लिए थे.
6. सुदिप्ता घोष केस (2009)
ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड की पूर्व महानिदेशक सुदिप्ता घोष को घूस लेने के आरोप में सीबीआई ने गिरफ्तार किया. तत्कालीन रक्षा मंत्री ए के एंटोनी की ओर से काली सूची में डाली गई दो भारतीय और चार विदेशी कंपनियों ने घोष ने रिश्वत ली थी.
7. टेट्रा ट्रक घोटाला (2012)
पूर्व सेना प्रमुख और मौजूदा केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने उस दौरान आरोप लगाया था कि टेट्रा ट्रकों की खरीद के लिए उन्हें रिश्वत देने की कोशिश की गई. यह रकम 14 करोड़ रुपये बताई गई थी. ट्रेटा ट्रकों की क्वालिटी पर कई सवाल उठे थे.