गुजरात के अहमदाबाद शहर में स्थित एक कपड़ा स्टोर का नाम इसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शनों के बाद बदलना पड़ गया. स्टोर का नाम हिटलर था और विरोधियों को नाजी तानाशाह का नाम किसी कपड़ा स्टोर को दिया जाना मंजूर नहीं था.
देश के पूर्वोत्तर राज्य मेघालय से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के विधायक एडॉल्फ लु हिटलर रांग्सा मारक को अपने नाम में नाजी तानाशाह, हिटलर का नाम जुड़ा होने का कोई गम नहीं है.
रांग्सा मारक मानते हैं कि नाम व्यक्ति की वास्तविक विशिष्टताओं को प्रकट नहीं करता और उन्हें अपना नाम बदलने की जरूरत महसूस नहीं होती. मारक ने कहा, 'मैं तानाशाह नहीं हूं और न ही मेरा नाम एडॉल्फ हिटलर का हमनाम है.' उन्होंने कहा कि उनका नाम, उनके उपनाम रांग्सा मारक के बिना अधूरा है.
उन्होंने कहा, 'रांग्साकोना (विधानसभा क्षेत्र) में किसी ने भी मुझसे मेरे नाम के सम्बंध में कोई सवाल नहीं किया.' नॉर्थ ईस्टर्न हिल विश्वविद्यालय के इतिहास के प्रोफेसर एस.एन. लेमरे कहते हैं, 'अभिभावक अक्सर महान नेताओं के नामों पर अपने बच्चों के नाम रखते हैं लेकिन कभी-कभी वे अज्ञानता या कम जानकारी के चलते इस तरह के व्यक्तित्वों से प्रभावित हो जाते हैं.'
मारक स्वीकार करते हैं कि जब वह नवजात शिशु थे तभी उनके पिता ने उनका नाम प्यार से एडॉल्फ लु हिटलर रख दिया था और इसके बाद उनका उपनाम लगा दिया था.
हिटलर व लुलु नाम से मशहूर मारक स्वीकार करते हैं, 'मैंने अपने पिता से कभी नहीं पूछा कि उन्होंने मेरे लिए यह नाम क्यों चुना.' हाल ही में अहमदाबाद में एक कपड़ा स्टोर को उसके नाम (हिटलर) के चलते बंद करना पड़ा. यहूदी व स्थानीय समुदाय के लोग दुकान के नाम का विरोध कर रहे थे.
तानाशाह हिटलर ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यहूदियों पर ज्यादतियां की थीं इसलिए वे इस नाम से परेशान थे. द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दुनियाभर में हिटलर का नाम सामूहिक हत्याओं का पर्याय बन गया था.
वैसे भारत में हिटलर नाम को एक सख्त व्यक्ति से जोड़कर देखा जाता है. स्टोर मालिक ने बताया कि उसके दादा एक सख्त व्यक्ति थे और दुकान का नाम हिटलर रखने के पीछे उनकी यही प्रेरणा थी.
इसी तरह एक टीवी शो का नाम 'हिटलर दीदी' है, जो शो की मुख्य किरदार को बेहद सख्त बताता है, लेकिन अमेरिका में इस शो को 'जनरल दीदी' नाम दिया गया है.
मारक को अपने नाम के चलते पूर्व में विदेश यात्राओं में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है, लेकिन उन्हें भारत में यात्राओं में कभी कोई परेशानी नहीं हुई.