scorecardresearch
 

यूट्यूबर पर ग्रेनेड अटैक में सेना का जवान गिरफ्तार, आरोपी को ऑनलाइन दी थी हथियार चलाने की ट्रेनिंग

पंजाब पुलिस के मुताबिक सुखचरण सिंह की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम के जरिए आरोपी हार्दिक कंबोज से पहचान हुई थी. बातचीत के दौरान दोनों की दोस्ती हुई और सुखचरण ने हार्दिक को पहले डमी ग्रेनेड से और फिर असली ग्रेनेड से हमला करने का तरीका सिखाया.

Advertisement
X
सुखचरण सिंह को कोर्ट ने 5 दिन की हिरासत में भेज दिया है
सुखचरण सिंह को कोर्ट ने 5 दिन की हिरासत में भेज दिया है

पंजाब पुलिस ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले से भारतीय सेना के एक जवान सुखचरण सिंह को गिरफ्तार किया है. उस पर आरोप है कि वह जालंधर में यूट्यूबर रोजर संधू के घर पर ग्रेनेड हमले में शामिल एक आरोपी को ऑनलाइन ट्रेनिंग दे रहा था. ये हमला 15 और 16 मार्च की दरम्यानी रात को हुआ.

पंजाब के मुक्तसर साहिब का रहने वाला 30 वर्षीय सिपाही राजौरी में 163 इन्फैंट्री ब्रिगेड में तैनात था. वह साल 2015 में सेना में शामिल हुआ था और उसे करीब एक दशक का सेवा अनुभव है.

पंजाब पुलिस के मुताबिक सुखचरण सिंह की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम के जरिए आरोपी हार्दिक कंबोज से पहचान हुई थी. बातचीत के दौरान दोनों की दोस्ती हुई और सुखचरण ने हार्दिक को पहले डमी ग्रेनेड से और फिर असली ग्रेनेड से हमला करने का तरीका सिखाया.

सुखचरण सिंह को 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा

जालंधर पुलिस ने सेना के अधिकारियों को सबूत पेश किए, जिसके बाद 14 अप्रैल को सुखचरण सिंह को उनके हवाले कर दिया गया. उसे अदालत में पेश किया गया और आगे की जांच के लिए पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. ग्रेनेड अटैक मामले में अब तक 9 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है, जिसमें कुल 18 लोगों के नाम शामिल हैं. सोशल मीडिया के ज़रिए इस तरह के अपराध में एक सेवारत सैनिक की संलिप्तता ने सैन्य कर्मियों द्वारा इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफ़ॉर्म की निगरानी और दुरुपयोग के बारे में गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं.

Advertisement

सोशल मीडिया पर हुई आरोपी से दोस्ती

जांच का नेतृत्व कर रहे एसएसपी हरविंदर सिंह विर्क ने सुखचरण सिंह की गिरफ़्तारी की पुष्टि की और खुलासा किया कि सैनिक ने इंस्टाग्राम के जरिए आरोपी हार्दिक कंबोज से दोस्ती की थी. वीडियो के ज़रिए, सुखचरण सिंह ने हार्दिक कंबोज को ग्रेनेड फेंकने का तरीका बताया. पहले विस्फोट के तंत्र और समय को समझाने के लिए एक डमी का इस्तेमाल किया. विर्क ने यह भी कहा कि दोनों पहले एक-दूसरे को नहीं जानते थे, लेकिन सोशल मीडिया पर हथियारों पर चर्चा में उनकी समान रुचि के कारण वे एक-दूसरे से जुड़े. पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि सुखचरण सिंह को सैन्य प्रशिक्षण के कारण हथियारों और विस्फोटकों के बारे में जानकारी थी. बता दें कि पाकिस्तानी गैंगस्टर शहजाद भट्टी ने यूट्यूबर पर हमले की साजिश रचने की जिम्मेदारी ली है. पिछले 6 महीनों में पंजाब में कई ग्रेनेड अटैक हुए हैं. 

सेना का बयान भी आया सामने

इस मामले में भारतीय सेना का बयान भी सामने आया है. बयान में कहा गया है कि मीडिया में भारतीय सेना के एक जवान के खिलाफ आरोपों की खबरें सामने आई हैं. पंजाब पुलिस ने संबंधित जवान की यूनिट से नॉन-बेलेबल वारंट के साथ संपर्क किया था. जवान को जांच के लिए पंजाब पुलिस को सौंप दिया गया है. सेना इस मामले में पुलिस अधिकारियों को हर संभव सहयोग दे रही है.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement