कभी कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले अमेठी पर कांग्रेस की ही पकड़ लगभग खत्म होती जा रही है. पहले स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को 2019 के लोकसभा चुनाव में शिकस्त दी और अब वह अमेठी में जमीनी स्तर से भी कांग्रेस का अस्तित्व खत्म करने में जुटी हुई हैं. लेकिन कांग्रेस अब भी लापरवाही बरत रही है.