हाल ही में पश्चिम बंगाल की 4 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने क्लीन स्वीप किया है. टीएमसी ने बागदा, रानाघाट दक्षिण, रायगंज विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की है और मानिकतला सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा है. TMC की राज्यसभा सांसद ममता बाला ठाकुर की बेटी मधुपर्णा ठाकुर ने 2021 में इस सीट पर टीएमसी के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन बीजेपी के टिकट पर लड़े बिस्वजीत दास ने जीत हासिल की थी. हालांकि, 2021 के नतीजों के बाद दास टीएमसी में शामिल हो गए.
बागदा विधानसभा क्षेत्र से टीएमसी उम्मीदवार जीते
बागदा विधानसभा क्षेत्र से टीएमसी उम्मीदवार ने 33,468 वोटों के अंतर से जीत हासिल की है. मधुपर्णा ठाकुर बंगाल विधानसभा में सबसे कम उम्र की विधायक बनीं. बैरकपुर के नवनिर्वाचित सांसद पार्थ भौमिक को बीजेपी का प्रभारी बनाया गया, जिन्होंने जून 2024 के लोकसभा चुनाव में बागदा विधानसभा सीट पर 21 हजार से अधिक वोटों की बढ़त हासिल की थी. यह सीट बोनगांव लोकसभा सीट का हिस्सा है, जिसे भाजपा के शांतनु ठाकुर और मतुआ महासंघ के सुप्रीमो ने जीता था. शांतनु और उनकी चाची और टीएमसी सांसद माला बाला ठाकुर के बीच इस बात को लेकर बड़ा विवाद रहा है कि महासंघ का असली नेता और नियंत्रक कौन है. मधुपर्णा शांतनु ठाकुर की चचेरी बहन हैं, जिन्हें मोदी 3.0 कैबिनेट में फिर से केंद्रीय मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था.
कृष्णा कल्याणी और मुकुट ने जीत हासिल की
राणाघाट दक्षिण और रायगंज की दो सीटों पर तत्कालीन भाजपा उम्मीदवार मुकुट मणि अधिकारी और कृष्णा कल्याणी ने जीत दर्ज की थी. 2021 के बाद वे टीएमसी में चले गए और 2024 के लोकसभा चुनावों में मुकुट और कृष्णा दोनों को टीएमसी के टिकट पर क्रमशः राणाघाट और रायगंज से उम्मीदवार बनाया गया. हालांकि वे हार गए और 2024 में उपचुनाव विधानसभा चुनावों के उम्मीदवार के रूप में फिर से मैदान में उतरे. दोनों ने टीएमसी के लिए जीत दर्ज की. कृष्णा कल्याणी 49536 के अंतर से और मुकुट 38817 वोटों से जीते.
विधानसभा में 219 हुई TMC की सीटों की संख्या
मानिकतला दिवंगत नेता साधन पांडे का गढ़ माना जाता था और वे 2011 से लगातार इस सीट से जीतते आ रहे थे. वे ममता बनर्जी की कैबिनेट में वरिष्ठ मंत्री थे. 2021 में सीट जीतने के बाद उनका निधन हो गया. 2024 में उनकी पत्नी सुप्ति पांडे को टिकट दिया गया जिन्होंने अपना पहला चुनाव लड़ा. उन्होंने 2021 में भाजपा के कल्याण चौबे के खिलाफ चुनाव लड़ा और 62312 वोटों से सीट जीती. टीएमसी ने सभी चार सीटें जीत लीं, जिससे विधानसभा में उनकी सीटों की संख्या 219 हो गई.