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वरुण गांधी की PM मोदी को चिट्ठी, लखीमपुर कांड में केंद्रीय मंत्री पर एक्शन की मांग

बीजेपी सांसद वरुण गांधी के तेवर एक बार फिर दिखे हैं. कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा के बाद वरुण ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है. इसमें कहा है कि किसानों की अन्य मांगों पर भी जल्द निर्णय हो जाना चाहिए, जिससे ये आंदोलन खत्म हो. इसके साथ ही किसानों पर गाड़ी चढ़ाने के मामले में केंद्रीय मंत्री पर भी उचित कार्रवाई होनी चाहिए.

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बीजेपी सांसद वरुण गांधी      (FILE)
बीजेपी सांसद वरुण गांधी (FILE)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • वरुण गांधी ने की अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग
  • 'किसानों के हित में काम करे सरकार'

बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने कहा कि वह कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा का स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा है कि एमएसपी और अन्य मुद्दों पर कानून की मांग पर भी तत्काल निर्णय लिया जाए, ताकि किसान आंदोलन समाप्त करके घर लौट सकें. वरुण गांधी ने इस बाबत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लिखा है. पत्र में उन्होंने कहा है कि बीते एक साल में तीन कृषि कानूनों को रद्द करने और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की वैधानिक गारंटी की मांग को लेकर पूरे देश में किसानों का आंदोलन हुआ. इन तीनों कानूनों को निरस्त करने की घोषणा सराहनीय है.

केंद्रीय मंत्री के खिलाफ की जाए कार्रवाई, वरुण गांधी ने पीएम को लिखा पत्र

वरुण गांधी ने लिखा है कि वरिष्ठ पदों पर बैठे कई नेताओं ने आंदोलनकारी किसानों के खिलाफ भड़काऊ बयान दिया है. इस तरह के बयानों और आंदोलन के इर्दगिर्द बने प्रतिकूल माहौल का ही नतीजा है कि तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में पांच किसानों को वाहनों ने कुचल कर मार डाला. यह दिल दहला देने वाली घटना थी.

वरुण गांधी ने कहा कि इस घटना से जुड़े केंद्रीय मंत्री के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए, ताकि निष्पक्ष जांच हो सके. वरुण ने कहा कि किसान आपसे अपेक्षा करते हैं कि आप संवेदनशील और समयबद्ध तरीके से उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे. देश के लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों के अनुसार किसानों की मांगों को स्वीकार करने से सम्मान और बढ़ेगा।

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किसानों के परिवारों को मिले एक-एक करोड़ का मुआवजा

वरुण ने लिखा कि इस आंदोलन में 700 से अधिक किसान भाई-बहन नहीं रहे. उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में शांतिपूर्वक विरोध किया था. वरुण ने कहा कि अगर यह फैसला पहले ले लिया होता तो इन सभी की जान नहीं जाती. वरुण ने प्रधानमंत्री से पत्र में कहा है कि आंदोलन में जो किसान भाई-बहन नहीं रहे, उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उनके लिए एक-एक करोड़ रुपये के मुआवजे की घोषणा की जाए. 

किसानों पर दर्ज झूठी एफआईआर को किया जाए रद्द

वहीं भाजपा सांसद वरुण ने कहा है​ कि इस आंदोलन के दौरान हमारे किसानों के खिलाफ उत्पीड़न के हथियार के रूप में दर्ज की गई सभी राजनीतिक रूप से प्रेरित झूठी एफआईआर को तुरंत रद्द कर दिया जाना चाहिए. किसानों की दूसरी मांग एमएसपी को कानूनी रूप से बाध्यकारी बनाने से संबंधित है. इससे ज़्यादा देश में 85 प्रतिशत छोटे और सीमांत किसान हैं. इन किसानों के सशक्तिकरण के लिए हमें काम करना होगा. यह भी सुनिश्चित होना चाहिए कि किसानों की फसलों के लिए लाभकारी मूल्य मिले. वरुण ने कहा किसानों का आंदोलन खत्म कराने के लिए बात हो. 

एमएसपी की वैधानिक गारंटी मिलनी जरूरी

पीएम को लिखे पत्र में वरुण गांधी ने कहा कि किसानों को एमएसपी की वैधानिक गारंटी मिलना बहुत जरूरी है. एमएसपी भी कृषि आयोग के फार्मूले पर आधारित होनी चाहिए. सरकार को तत्काल देश के हित में इस मांग को स्वीकार करना चाहिए. यह हमारे लिए एक बड़ा आर्थिक सुरक्षा कवर प्रदान करेगा. किसानों और उनकी स्थिति में व्यापक सुधार होगा. सांसद वरुण गांधी पीलीभीत के दो दिवसीय दौरे पर 21 नवंबर को पहुंचेंगे. वह दो दर्जन से ज़्यादा ग्रामों में जनसभाओं को संबोधित करेंगे.

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