टीएमसी ने आरोप लगाया कि रेलवे ने प्रदर्शन के लिए मनरेगा जॉब कार्ड धारकों को ले जाने के लिए स्पेशल ट्रेन के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया. हालांकि, रेलवे ने कहा कि उसे टीएमसी से नहीं बल्कि आईआरसीटीसी से आवेदन मिला है. लेकिन ट्रेनों की अनुपलब्धता के कारण अनुरोध पूरा नहीं किया जा सका. वहीं इसको लेकर टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने आरोप लगाया कि स्पेशल ट्रेन को अस्वीकार करना मनरेगा लाभार्थियों को नई दिल्ली पहुंचने से रोकने का बीजेपी का एक और दयनीय प्रयास है.
बनर्जी ने कहा कि पूर्वी रेलवे अधिकारियों ने वंचित मनरेगा और आवास योजना के लाभार्थियों को दिल्ली ले जाने के लिए एक स्पेशल ट्रेन के हमारे अनुरोध को अस्वीकार कर दिया है. हालांकि, उनकी कुटिल रणनीति बंगाल के वाजिब बकाए को सुरक्षित करने की हमारी प्रतिबद्धता को नहीं रोक पाएगी. न्याय के लिए हमारी लड़ाई किसी भी परिस्थिति में दिल्ली तक पहुंचेगी. जितना भी रोकने की कोशिश करो, हम डटे रहेंगे, झुकेंगे नहीं.
टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने इसे पार्टी के प्रति बीजेपी के डर का प्रमाण बताया. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने बेशर्मी से जमा राशि स्वीकार करने के बाद एक स्पेशल ट्रेन उपलब्ध कराने से इनकार कर दिया. उचित बकाया के लिए विरोध करने के बंगाल के अधिकार में यह ज़बरदस्त बाधा उसके डर का स्पष्ट प्रमाण है. उन्हें पश्चिम बंगाल के लोगों के सामने झुकते हुए देखना अच्छा लगता है.
अभिषेक बनर्जी ने कि अगर बीजेपी शासित राज्यों से होकर दिल्ली जाते समय कार्यक्रम में भाग लेने वालों पर हमला किया गया तो इसका अंजाम भुगतना होगा. बीजेपी जानबूझकर हमारे प्रोटेस्ट को रोकने के लिए बाधाएं पैदा कर रही है. पहले, उन्होंने हमें राम लीला मैदान के लिए अनुमति नहीं दी, फिर मुझे उस दिन प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होने के लिए नोटिस भेजा गया और अब स्पेशल ट्रेन की मनाही.
उन्होंने कहा कि मनरेगा लाभार्थी सड़क और ट्रेन के माध्यम से विभिन्न जिलों से आए हैं. पार्टी (टीएमसी) ने कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में उनके रहने की व्यवस्था की है. उनमें से लगभग 4,000 लोग पार्टी द्वारा बुक की गई एक स्पेशल ट्रेन से 30 सितंबर को नई दिल्ली की यात्रा करने वाले थे. हमने दिल्ली में उनके रहने की भी व्यवस्था की है.