कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर अटकलें तेज हैं, लेकिन कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने इन चर्चाओं को खारिज करते हुए स्पष्ट किया है कि पार्टी में इस तरह कोई प्रक्रिया नहीं चल रही है. सुरजेवाला का यह बयान उस समय आया है जब डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के समर्थकों द्वारा उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग खुलकर उठाई जा रही है.
कांग्रेस विधायक इकबाल हुसैन ने तो यहां तक दावा कर दिया कि करीब 100 विधायक डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाने के पक्ष में हैं. हुसैन ने कहा, "यह सिर्फ बदलाव की बात नहीं है, बल्कि ज्यादातर विधायक प्रभावी प्रशासन चाहते हैं."
उन्होंने डीके शिवकुमार के पार्टी को मजबूत करने और आंदोलनों की अगुवाई करने की भूमिका का हवाला देते हुए कहा कि उन्हें यह मौका मिलना चाहिए.
सुरजेवाला ने उठी आवाजों पर दिया जवाब
रणदीप सुरजेवाला ने स्पष्ट किया कि अगर किसी विधायक को कोई वास्तविक या काल्पनिक चिंता है, तो उसे पार्टी और सरकार के भीतर ही उठाना चाहिए. उन्होंने यह भी दोहराया कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार, दोनों ने राज्य की वित्तीय स्थिति को मजबूत बताया है और विकास कार्यों के लिए पर्याप्त धन होने की पुष्टि की है.
भाजपा पर भी कसा तंज
सुरजेवाला ने नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के लिए भारतीय जनता पार्टी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि यह सब कांग्रेस सरकार की 'गारंटी योजनाओं' को असफल करने की साजिश है. उन्होंने कहा, "आर. अशोक से लेकर विजयेंद्र तक, सभी ने कहा है कि वे हमारी गारंटी योजनाओं को रोकना चाहते हैं. भाजपा को खुलकर कहना चाहिए कि वह जनता को फायदा नहीं देना चाहती."
सुरजेवाला ने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस सरकार सभी नागरिकों के लिए काम करेगी, चाहे उन्होंने कांग्रेस को वोट दिया हो या नहीं.
रणदीप सुरजेवाला ने दोहराया कि कांग्रेस सरकार की प्राथमिकता अपने चुनावी वादों विशेषकर 'पांच गारंटी योजनाओं' को जमीन पर उतारने की है. उन्होंने कहा कि राज्य की जनता को भरोसा है कि कांग्रेस सरकार उनके हितों के लिए प्रतिबद्ध है.