केरल कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष को मुख्यमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करना महंगा पड़ गया. पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि फिलहाल उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, लेकिन उनके भाषण के वीडियो की जांच की जा रही है.
दरअसल, केरल के कोच्चि जिले के त्रिक्काकरा में 31 मई को उपचुनाव (thrikkakara by election 2022) होने हैं. इसके लिए सभी पार्टियां जोर आजमाइश कर रही हैं. मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन भी क्षेत्र में घूम-घूमकर अपनी पार्टी के प्रत्याशी का प्रचार कर रहे हैं.
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के सुधाकरन ने सरकारी खर्च पर हो रहे सीएम के दौरे पर सवाल उठाया था. सुधाकरन ने सीएम पर पद की गरिमा भूलने का आरोप लगाते उनकी तुलना कुत्ते से की थी. सुधाकरन ने कहा था, 'मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन एक ऐसे कुत्ते की तरह इधर-उधर भाग रहे हैं, जिसकी चेन टूट चुकी होती है' उन्होंने सवाल किया था कि क्या कोई जगह-जगह घूम रहे सीएम को समझाएगा, उन पर लगाम कसेगा?
दर्ज हुआ हेट स्पीच का केस
सुधाकरन के बयान पर काफी बवाल हुआ और डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (DYFI) के एक नेता ने एर्नाकुलम जिले के पलारीवट्टोम पुलिस थाने में KPCC अध्यक्ष सुधाकरन के खिलाफ केस दर्ज करा दिया. पुलिस ने सुधाकरन के खिलाफ हेट स्पीच का केस दर्ज किया है.
मामला दर्ज हुआ तो दी सफाई
बयान पर बवाल मचने और केस दर्ज होने के बाद सुधाकरन की सफाई भी आ गई. उन्होंने कहा कि उनका मकसद सीएम के खिलाफ विवादित बयान देना नहीं था. अगर उनके बयान से किसी को आपत्ति है तो वह उसे वापस लेने को तैयार हैं. सुधाकरन ने कहा, 'मैं सिर्फ सरकारी मशीनरी के गलत इस्तेमाल पर तंज कस रहा था. उन्होंने सीएम के त्रिक्काकरा उप-चुनाव में सरकारी खर्च पर पार्टी के लिए काम करने का आरोप लगाया.
अपमान करना नहीं था मकसद- सुधाकरन
अपने बयान का बचाव करते हुए सुधाकरन ने कहा कि मैंने जिस संदर्भ में अपनी बात कही, उसे मालाबार (केरल का एक क्षेत्र) में आम बोलचाल के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. मेरा मकसद सीएम का अपमान करना नहीं था. लेकिन फिर भी अगर वो मुझे गिरफ्तार करना चाहते हैं तो कर सकते हैं.
बवाल के बाद आया CPM का बयान
इस मामले पर सीएम विजयन के राजनीतिक दल कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया मार्क्सवादी (CPM) का कहना है कि कांग्रेस के पास अब संघर्ष करना और उसका लाभ उठाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प बाकी नहीं रह गया है. पार्टी ने बयान जारी कर कहा कि त्रिक्काकरा चुनाव के नतीजों से स्पष्ट हो जाएगा कि केरल में इस में इस तरह की राजनीतिक संस्कृति के लिए कोई जगह नहीं है.