मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस और विपक्ष ने मोर्चा संभाल रखा है. भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा और लोकसभा में जवाब दे दिया हो, लेकिन विपक्ष अडानी के मुद्दे को छोड़ता नजर नहीं आ रहा है. वहीं संसद की कार्यवाही से राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के बयानों के हिस्से को हटाए जाने से विपक्ष भड़का हुआ है. इस बीच महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने शनिवार को कहा कि राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद में गंभीर सवाल किए जबकि प्रधानमंत्री ने ऐसा भाषण दिया जैसे वह पान की दुकान पर बोल रहे हों.
दरअसल, पूर्व सांसद पटोले लोकसभा के रिकॉर्ड से अडानी मुद्दे पर राहुल गांधी की टिप्पणी को हटाने के बारे में पुणे में पत्रकारों से बात कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा, "हमारे नेता राहुल गांधी ने अडानी से संबंधित सवाल किए और (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी जी और अडानी के बीच क्या संबंध हैं और सेबी और आरबीआई क्या कर रहे हैं, इन सभी सवालों को लोकसभा के रिकॉर्ड से हटा दिया गया."
न्यूज एजेंसी के मुताबिक पटोले ने आरोप लगाया कि एलआईसी और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में आम लोगों द्वारा निवेश किया गया पैसा "लूटा" जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी ने लोकसभा में सवाल किए और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में सवाल उठाए. प्रधानमंत्री ने ऐसा भाषण दिया जैसे वह पान की दुकान पर भाषण दे रहे हों.
हमने कोई भी असंसदीय बात नहीं कही- खड़गे
बता दें कि इससे पहले मल्लिकार्जु खड़गे ने कहा था कि जिन मुद्दों पर हमें उत्तर चाहिए था, वो हमें मिला नहीं. हर किसी को आजादी मिली हुई है. हमें भी नियमों के तहत आजादी मिलनी चाहिए. मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा की कार्यवाही से अपने संबोधन के कुछ अंश निकाले जाने पर नाराजगी व्यक्त की और कहा कि हमने वॉशिंग मशीन की बात की, हमने मौनी बाबा की बात की. 75 साल के बाद ये जो मित्रकाल की बात थी, उसे भी कार्यवाही से हटा दिया गया. हमने कोई भी असंसदीय बात नहीं कही.