भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान को लेकर विपक्ष पर हमला बोला है. विपक्ष को कटघरे में खड़ा करते हुए जेपी नड्डा ने कहा है कि बीते लगभग एक साल में विपक्षी दलों ने टीकाकरण अभियान में रोड़े अटकाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है और अब चिट्ठियों की राजनीति कर रहे हैं.
जेपी नड्डा ने परोक्ष रूप से कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखने से अच्छा है कि वे अपने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखें और उन्हें सलाह दें. जेपी नड्डा के इस सेवा ही संगठन कार्यक्रम के तहत किसान मोर्चा द्वारा देश भर में 824 सामुदायिक केंद्रों पर कोविड-19 हेल्प डेस्क शुरू करने के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि 658 स्थानों पर हेल्पडेस्क शुरु हो गई है.
उन्होंने किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं से केंद्र सरकार की ओर से किसानों के हित में लिए गए फैसलों को उन तक पहुंचाने का आग्रह किया. जेपी नड्डा ने इस मौके पर विपक्ष को आड़े हाथों लिया और कहा कि वे किसानों के नाम पर सिर्फ राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने संकट के समय में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में केंद्र सरकार के कामकाज की सराहना की और कहा कि मोदी सरकार कोरोना की पहली लहर के साथ ही वैक्सीन विकसित करने के लिए आगे बढ़ी थी.
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि जब उसके ट्रायल चल रहे थे तभी से विपक्ष ने उसमें कमियां निकालनी शुरू कर दीं और जब इसकी शुरुआत की गई तो सवाल खड़े किए गए. अब जब टीकाकरण शुरू हुआ है तब चिट्ठियों की राजनीति शुरू कर दिया है. उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे जनता के बीच जाकर विपक्ष की किस तरह की राजनीति है, इसका पर्दाफाश करें.
जेपी नड्डा ने इस मौके पर किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं से कहा कि वे कोरोना हेल्प डेस्क के जरिए हर जगह लोगों को कोरोना खिलाफ जंग में जांच में, भर्ती होने में, दवा में, राशन - भोजन में, आइसोलेशन में हर संभव सहायता करें. उन्होंने कहा कि पार्टी ने पिछले महीने ही सेवा ही संगठन के दूसरे दौर की शुरुआत की थी और उसके तीन लाख से ज्यादा कार्यकर्ता देशभर में मदद करने में जुटे हुए हैं.
नड्डा ने किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं से कहा कि वे किसानों के बीच जाकर केंद्र सरकार की ओर से किसानों के लिए उर्वरक पर दी जाने वाली सब्सिडी, एमएसपी पर की गई गेहूं की भारी खरीद, सॉइल हेल्थ कार्ड, नीम कोटेड यूरिया, एमएसपी में डेढ़ गुना की वृद्धि, किसान सम्मान निधि के तहत भेजी गई राशि के बारे में जानकारी दें. उन्होंने कहा कि इस साल एमएसपी पर एफसीआई ने 13 मई तक 361 लाख टन गेहूं की खरीद की है. इसमें सबसे ज्यादा खरीद पंजाब से हुई है जो राज्य सरकार के लक्ष्य से भी अधिक है. एमएसपी पर गेहूं बेचने वाले किसानों के खाते में 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि भेजी गई है.